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तेजस्वी अपने खिलाफ मामले से बेफिक्र, कहा, मेरे लिए डरने की कोई बात नहीं’

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव (Bihar Dy CM Tejashwi Yadav) ने दावा किया कि गैर-भाजपा दलों के बीच मजबूत एकता के कारण 2024 में केंद्र में सत्ता खोने की संभावना से भारतीय जनता पार्टी (BJP) बेचैन और भयभीत हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास साबित करने के लिए कुछ नहीं है और वे बिना तथ्य के आरोप लगाने और स्थिति के अनुसार विपक्ष को निशाना बनाने में विश्वास करते हैं.

“मेरे खिलाफ पहली चार्जशीट 2017 में दायर की गई थी और 2020 में मुझे बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर लोगों की अदालत से थम्स-अप मिला. उससे बड़ी कोई अदालत नहीं है. वे (भाजपा) चाहते हैं कि हर कोई अपनी ‘वॉशिंग मशीन’ में सभी पापों से मुक्त हो जाए और दबाव की रणनीति अपनाए, लेकिन मैं भाजपा से नहीं डरता. बल्कि, वे विपक्षी एकता से डर रहे हैं क्योंकि देश अब मुद्दों के बारे में बात करने लगा है, मोदी के बारे में नहीं.”

शहरी विकास और आवास विभाग की बजटीय मांग पर बहस के बाद सरकार की प्रतिक्रिया देते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह से उनकी अनुपस्थिति में ग्रैंड अलायंस (GA) में दरार और पार्टियों में विभाजन के बारे में अफवाहें फैलाईं, उसने अपेक्षित तर्ज पर काम किया.

“यह एक लंबे समय के बाद है कि बिहार भाजपा सड़कों पर उतरी है, लेकिन वे जिस चीज पर विरोध कर रहे हैं वह एक ऐसी चीज है जिसे करने के लिए उन्हें स्वयं बहुत कुछ करना है – वह है नौकरियां. देश का कोई भी राज्य 300,000 नौकरियों का विज्ञापन करने का दावा नहीं कर सकता जैसा कि हमने किया है, लेकिन उन्हें सालाना लगभग 20 मिलियन नौकरियों का विज्ञापन देना चाहिए, जिसका उन्होंने वादा किया था. हम 10 लाख नौकरियां भी देंगे. हम बात पर कायम हैं और हम इस पर काम कर रहे हैं.”

यह कहते हुए कि बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है और “भाजपा सांप्रदायिक नफरत फैलाने पर उतारू है”, तेजस्वी ने कहा कि भाजपा द्वारा वंशवादी राजनीति पर हमला भी उनके लिए अच्छा नहीं लग रहा है क्योंकि उनके पास खुद ऐसे नेताओं की एक लंबी सूची है जिन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत से लाभ उठाया. तेजस्वी यादव ने ऐसे भाजपा नेताओं की लंबी सूची में से नाम भी पढ़े.

सभी भ्रष्ट के लिए भाजपा एक सुरक्षित आश्रय

तेजस्वी ने कहा, “समस्या यह है कि भाजपा के पास रोजगार और विकास के मामले में दिखाने के लिए कुछ नहीं है, जबकि महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. लोग उनसे रिपोर्ट कार्ड मांगेंगे, लेकिन वे लोगों का ध्यान भटका रहे हैं. वे असफल हो जायेंगे. लोग अब अधिक जागरूक हैं और कोरी बयानबाजी के जाल में नहीं फंसेंगे. वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं, लेकिन लोग देखते हैं कि सभी भ्रष्ट लोगों को भाजपा में सुरक्षित आश्रय मिलता है. देश की संस्कृति, इतिहास, सामाजिक ताना-बाना, विविधता की सुंदरता और लोकतांत्रिक मूल्यों सभी को एक-एक करके नुकसान पहुंचाया जा रहा है. विकास का अर्थ ईंट-गारे से कहीं अधिक है. यह अंतिम मील डिलीवरी के बारे में है. शांति और सामाजिक एकजुटता के बिना समृद्धि संभव नहीं है.”

यहां सभी एकजुट

उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने 2024 के लिए ‘चीजें’ लाना भी शुरू कर दिया है और बिहार उनके लिए सबसे बड़ी बाधा है. आप जानते हैं क्या बातें हैं, लेकिन यहां कुछ भी काम नहीं करेगा क्योंकि सभी एकजुट हैं. यह अच्छा है कि वे लंबे समय बाद नौकरियों के लिए सड़कों पर उतरे हैं. उन्होंने देश को सबसे अधिक बेरोजगारी दर और हर चीज का निजीकरण करने तक छोड़ दिया है.”

इधर, भाजपा नेता गुरुवार को विरोध में विधानसभा के बाहर बैठे और सदन में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लोकतांत्रिक विरोध के खिलाफ क्रूर पुलिस कार्रवाई के माध्यम से उन्हें विधानसभा तक पहुंचने से रोक दिया गया है.

विजय ने कहा, “भले ही राज्य के लोगों ने चारा घोटाले के आरोपी लालू प्रसाद और उनके परिवार के शासन को उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट होकर संकल्प लेने के बाद भाजपा ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया था, लेकिन अब नीतीश ही आरोपपत्रित डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को बचा रहे हैं. आज नीतीश कुमार सिर्फ अपने लिए सीएम की कुर्सी बचाने के लिए तेजस्वी की गोद में बैठे हैं.’