पटना रेलवे स्टेशन के पास 3 होटलों में भीषण आग लगने से 6 की मौत, कई घायल
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार सुबह पटना जंक्शन से बमुश्किल 50 मीटर की दूरी पर (major fire incident barely 50 metres from Patna junction) होटलों की तीन इमारतों में भीषण आग लगने की घटना में छह लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए. मृतकों में 3 महिला और 3 पुरुष हैं. घायलों में 2 की हालत गंभीर बनी हुई है जबकि 20 लोगों का इलाज अभी PMCH में चल रहा है. मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस द्वारा मृतकों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है.
पटना के सीनियर एसपी राजीव मिश्रा (Rajeev Mishra, Patna SSP) ने बताया कि अग्निशमन कर्मियों ने भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित इमारत से 30 से अधिक लोगों को बचाया है.
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने एक शव होटल पाल (Hotel Pal) से बरामद किया, जबकि मां और बेटी के दो अन्य शव पास के होटल अमृत (Hotel Amrit) से बरामद किए गए.
अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने कहा कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है. आग में चार पहिया, दोपहिया और ऑटो-रिक्शा सहित कई वाहन भी जल गए, जो तेज हवाओं के कारण तेजी से फैल गई.
अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि कई लोगों को बचाया गया है और उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Patna Medical College Hospital) भेजा गया है जबकि आगे का बचाव अभियान जारी है.
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने कहा, “हमारे अस्पताल में अब तक बुरी तरह जलने के कारण भर्ती कराए गए कुल 17 आग पीड़ितों में से लोगों को मृत अवस्था में लाया गया था. दो अन्य गंभीर रोगियों की मृत्यु की पुष्टि करने से पहले पर हम उनका ईसीजी (ECG) कर रहे हैं. इसके अलावा दो अन्य भी गंभीर हैं, जबकि बाकी को गंभीर चोटें नहीं आई हैं.”
अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि ब्रिगेड के टेंडर समय पर मौके पर पहुंच गए, हालांकि व्यस्त और हमेशा भीड़भाड़ वाले इलाके के कारण आग बुझाने और बचाव अभियान देर से शुरू हुआ. अधिकारियों ने कहा कि सात से आठ टेंडरों ने दो घंटे से अधिक समय तक काम करने के बाद अंततः आग पर काबू पा लिया.
होम गार्ड और अग्निशमन सेवा की महानिदेशक-सह-कमांडेंट शोभा अहोतकर (Shobha Ohotkar, IPS) ने बताया, “छतों पर फंसे 45 से अधिक लोगों को अग्निशमन टीमों ने बचाया जबकि एक दर्जन से अधिक लोगों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया.”
ऑपरेशन की निगरानी कर रही डीजी ने कहा कि इलाके में भीड़भाड़ के कारण परेशानी हुई लेकिन फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने लोगों को बचाते हुए हताहतों की संख्या और नुकसान को कम करने की पूरी कोशिश की.
उन्होंने कहा, “हम लगातार अग्नि ऑडिट कर रहे हैं और होटल मालिकों को उचित और कार्यशील अग्नि सुरक्षा उपाय बनाए रखने के लिए कह रहे हैं. होटलों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. फिलहाल हमारा पहला उद्देश्य लोगों को बचाना है.”
बता दें, पहले आग पाल होटल में लगी और जल्द ही पास के अमृत होटल और अन्य इमारतों में फैल गई. सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) के एक कांस्टेबल, जो त्रासदी के समय पाल होटल में खाना खा रहे थे, ने कहा कि आग लगने के बाद गैस सिलेंडर फटने लगे. उन्होंने कहा कि अगर दमकल की गाड़ियां समय पर मौके पर पहुंच जातीं तो स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता था.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दमकल की गाड़ियां 40 मिनट बाद ही अपना काम शुरू कर सकीं और तब तक इलाके में अफरा-तफरी मची हुई थी.