जीतन सहनी हत्याकांड का सफल उद्भेदन, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पटना / दरभंगा (The Bihar Now डेस्क)| वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार शाम सफल उद्भेदन (Darbhanga police has cracked Jitan Sahni murder case) कर लिया है. इस घटना का मुख्य आरोपी काजीम अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार के लिया है.
दरभंगा जिला के घनश्यामपुर थानान्तर्गत उक्त घटना में संलिप्त मुख्य गिरफ्तार आरोपी काजीम अंसारी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस के अनुसार, पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में जीतन सहनी की हत्या की गई.
बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) के निर्देश में गठित SIT, दक्ष पदाधिकारियों के नेतृत्व में गठित विशेष सुरक्षा दल (STF), वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु FSL टीम एवं जिला पुलिस दरभंगा के संयुक्त प्रयास से घटना का उद्भेदन किया गया.
पैसे के लेनदेन का विवाद
जानकारी के अनुसार, जीतन सहनी की हत्या के पीछे लूट नहीं बल्कि पैसे के लेनदेन का विवाद है. इस मामले में मुख्य आरोपी की पहचान काजीम अंसारी के रूप में की गई है, जिसने स्वीकार किया है कि वह अपनी जमीन गिरवी रखकर लिए गए 1.5 लाख रुपये के कर्ज पर ब्याज की रकम चुकाने से तंग आ चुका था. पुलिस ने कहा, उसने जीतन को मारने की साजिश रची. काजीम अंसारी ने अपने दो सहयोगियों की मदद से हत्याकांड को अंजाम दिया था.
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काजीम ने पुलिस को बताया कि हत्या करने के बाद वह लकड़ी के बक्सा (अलमारी) को तोड़कर अपने जमीन के कागजात ले जाना चाहता था, लेकिन जब बक्सा का ताला नहीं टूटा तो उसने उसे बक्से से भरे गड्ढे में फेंक दिया. कागजात का कोई निशान नहीं बचा. पुलिस ने बक्से से काजीम की जमीन के कागजात के साथ-साथ ब्याज के कागजात भी बरामद किये हैं. उन्होंने वह कपड़े भी बरामद कर लिए जो काजीम ने हत्या को अंजाम देते समय पहने हुए थे.
कौन है काजीम अंसारी
काजीम अंसारी 40 साल का है और सुपौल बाजार का रहने वाला है जो कि घनश्यामपुर थाने के अंतर्गत आता है. वह कपड़े की दुकान चलाता है जो पूंजी के अभाव में काफी समय से बंद है. काजीम फिलहाल बेरोजगार हैं. उसने अपनी जमीन गिरवी रखकर मृतक से 4% मासिक ब्याज दर पर 3 किश्तों में 1.5 लाख रुपये का कर्ज लिया था. अपने स्वीकारोक्ति बयान में उसने कहा कि वह पैसे चुकाने में सक्षम नहीं है.
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12 जुलाई को काजीम अंसारी और उसका एक साथी मोहम्मद सितारे उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम कर कर्ज की रकम चुकाने और जमीन लौटाने की बात करने गया था. लेकिन दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया.
पिछले दरवाजे से घर में दाखिल हुए
कोई समाधान नजर नहीं आने पर काजीम ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जीतन से उसके लोन के दस्तावेज जबरन छीनने की योजना बनाई. घटना की रात काजीम ने 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर की रेकी की थी, जो आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज (CCTV footage) में भी कैद है. यह सुनिश्चित करने के बाद कि सभी लोग मृतक के घर से चले गए हैं, लगभग 1.30 बजे, काजीम और उसके सहयोगी पिछले दरवाजे से घर में दाखिल हुए. घर में घुसने के बाद आरोपियों ने जीतन को जगाया और धमकाते हुए उससे जमीन और लोन के कागजात मांगे. लेकिन मृतक ने उसका विरोध किया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया.
लकड़ी के बक्से को पानी में फेंका
इस पर काजीम भड़क गया और उसने जीतन पर चाकू से हमला कर दिया. उसके सहयोगियों ने जीतन के हाथ-पैर पकड़ रखे थे. हत्या करने के बाद आरोपियों ने जमीन और लोन के कागजात वाले बक्से की चाबी ढूंढने की कोशिश की. लेकिन उन्हें चाबी नहीं मिली. इसलिए, आरोपी ने लकड़ी के बक्से को पानी में फेंकने का फैसला किया. सभी आरोपियों ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे तालाब में फेंक दिया और भाग गये.
आरोपी काजीम द्वारा वारदात को अंजाम देते वक्त पहने गए कपड़े उसके घर से जब्त कर लिए गए हैं. कपड़े धोए जाने के बावजूद एफएसएल टीम को उन पर खून के निशान मिले. एफएसएल जांच के दौरान काजिम के नाखूनों पर भी खून के धब्बे मिले. उसके साथियों को पकड़ने के लिए जांच की जा रही है.
इस मामले में पुलिस द्वारा आगे की विधिसम्मत कार्रवाई जारी है.