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प्रयागराज: 3 फरवरी के अमृत स्नान के लिए पूरी तरह तैयार

प्रयागराज (The Bihar Now डेस्क)| प्रयागराज (Prayagraj) शहर में 13 जनवरी से चल रहा महाकुंभ मेला 2025 अब बसंत पंचमी (Basant Panchami) के अवसर पर 3 फरवरी को अमृत स्नान (Amrit Snan) की मेज़बानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार तक 33 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकुंभ (Maha Kumbh) में पवित्र स्नान किया है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बनाता है. शनिवार को 200 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय भक्तों ने प्रयागराज में प्रार्थना और भजन कीर्तन में भाग लिया और कार्यक्रम की आध्यात्मिक ऊर्जा और असाधारण आयोजन के लिए सरकार की सराहना की.

उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) द्वारा इस आयोजन हेतु की गई व्यापक तैयारियों की श्रद्धालुओं ने सराहना की है. तीर्थयात्रियों के लिए सुगम और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के सरकारी प्रयासों की कई लोगों ने प्रशंसा की है. यह व्यवस्था इतनी बेहतरीन है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा.

कई जगहों पर रविवार 2 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जा रही है. इस अवसर पर एक श्रद्धालु ने महाकुंभ में स्नान करने के बाद टिप्पणी की, “मैंने बसंत पंचमी के अवसर पर पवित्र स्नान किया और यहां व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं.” वहीं, एक अन्य श्रद्धालु ने बताया, “महाकुंभ में राज्य सरकार द्वारा बेहतरीन व्यवस्था की गई है और बसंत पंचमी के अवसर पर मैंने पवित्र स्नान किया है.”

बता दें, यह 29 जनवरी को महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिसमें कम से कम 30 लोग मारे गए और 60 घायल हो गए थे. अब तक पच्चीस शवों की पहचान हो चुकी है. मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के पावन अवसर पर, जो दूसरा शाही स्नान (Second Shahi Snan) का दिन भी है, गंगा और यमुना नदियों के संगम पर लाखों भक्तों के एकत्रित होने के दौरान यह घटना घटी थी.

उत्तर प्रदेश सरकार ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं और कहा है कि एक कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी.

उन्होंने बताया कि एक तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व न्यायमूर्ति हर्ष कुमार कर रहे हैं और जिसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड IAS डीके सिंह शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वे पूरे दिन सीएम, मुख्य सचिव और DGP के नियंत्रण कक्षों से इस पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं.

गौरतलब है, प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ है और यह आगामी 26 फरवरी तक चलेगा. महाकुंभ में अन्य महत्वपूर्ण ‘स्नान’ की तिथियाँ हैं: 3 फरवरी (बसंत पंचमी – तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि).

77 देशों के राजनयिकों ने लिया भाग

इधर, शनिवार को 1 फरवरी को 118 सदस्यों का एक दल, जिसमें मिशन के प्रमुख (Heads of Mission), HoM के साथी और 77 देशों के राजनयिक शामिल थे, प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 में भाग लिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 फरवरी तक, उन्हें उम्मीद है कि 45 करोड़ से अधिक लोग महाकुंभ में भाग लेंगे.

उन्होंने कहा, “मैं आप सभी का महाकुंभ मेला 2025 में स्वागत करता हूं. यह खुशी का पल है कि इस सदी का सबसे बड़ा आयोजन प्रयागराज में हुआ है. आपकी उपस्थिति हमें और प्रोत्साहन देती है. प्रयागराज एक प्राचीन शहर है और कुंभ का आयोजन भी इसी का परिणाम है… अब तक 35 करोड़ तीर्थयात्रियों ने महाकुंभ मेला 2025 में भाग लिया है. हमें विश्वास है कि 26 फरवरी तक 45 करोड़ से अधिक लोग इसमें भाग लेंगे… यह लोगों के लिए एक आश्चर्य है. यहां गंगा को दिव्य माना जाता है. देश में आध्यात्मिक पर्यटन का भी बड़ा अवसर है… आज का दिन महत्वपूर्ण है, क्योंकि उपराष्ट्रपति (Vice President) यहां आए और इस बड़े आयोजन में भाग लिया… मिशन के प्रमुख भी उपस्थित थे… मुझे उम्मीद है कि यह यात्रा सभी के लिए अच्छे स्मृतियाँ देगी.”

बताते चलें, बसंत पंचमी के दिन भक्त संगम में प्रार्थना करेंगे, जहाँ तीन नदियाँ – गंगा (Ganga), यमुना (Yamuna) और पौराणिक सरस्वती (mythical Saraswati) मिलती हैं. हिंदू त्योहार बसंत पंचमी, जिसे वसंत पंचमी, श्री पंचमी और सरस्वती पंचमी के नाम से भी जाना जाता है, वसंत के पहले दिन मनाया जाता है और यह माघ महीने के पांचवे दिन पड़ता है. यह त्योहार होली की तैयारी की शुरुआत का भी संकेत देता है, जो इस पर्व के 40 दिन बाद होती है. इस महापर्व के दौरान माँ सरस्वती, जो ज्ञान, संगीत और कला की देवी हैं, का सम्मान किया जाता है. प्रयागराज में 13 जनवरी को शुरू हुआ महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक जारी रहेगा. महाकुंभ हर 144 साल बाद आयोजित होता है.