Big Newsअन्य राज्यों सेदुर्घटनाफीचर

अहमदाबाद हवाई अड्डे पर Air India का विमान AI-171 दुर्घटनाग्रस्त, 242 लोग थे सवार

उड़ान भरते ही बोइंग 787 ड्रीमलाइनर ने दी मेडे कॉल,
मेघानी नगर के पास क्रैश
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और गुजरात सीएम भूपेंद्र पटेल ने लिया स्थिति का जायजा,
राहत कार्य तेज

अहमदाबाद (The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक दुखद हादसा हुआ, जब एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (VT-ANB), उड़ान AI-171, अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) के लिए उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

गुजरात राज्य पुलिस कंट्रोल रूम के अनुसार, यह हादसा दोपहर 1:39 बजे (IST) रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद हुआ. विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, 2 पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे. विमान का नेतृत्व अनुभवी पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल (8200 घंटे का उड़ान अनुभव) और को-पायलट क्लाइव कुंदर (1100 घंटे का उड़ान अनुभव) कर रहे थे.

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के एक सूत्र के अनुसार, विमान ने उड़ान भरने के बाद तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को मेडे कॉल* (Mayday call) दी, लेकिन इसके बाद विमान से कोई जवाब नहीं मिला. रनवे 23 से उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर मेघानी नगर के पास जमीन पर गिर गया. घटनास्थल से भारी काला धुआं उठता देखा गया, जो इस हादसे की भयावहता को दर्शाता है.

(‘मेडे’ (MAYDAY) शब्द कोई आम कॉल नहीं है. यह एक विशेष आपातकालीन संकेत है, जिसे विमानन जगत में बेहद गंभीर परिस्थितियों में ही इस्तेमाल किया जाता है. जब किसी विमान को आसमान में तत्काल खतरा हो – जैसे इंजन फेल हो जाना, आग लगना, या कंट्रोल सिस्टम का काम न करना – उस स्थिति में पायलट रेडियो पर ‘मेडे-मेडे-मेडे’ कहकर एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन कॉल देता है. यह शब्द मूल रूप से फ्रेंच भाषा के “m’aider” (मदद करें) से लिया गया है. इसकी शुरुआत 1920 के दशक में हुई थी जब रेडियो संचार का इस्तेमाल हवाई यात्रा में बढ़ने लगा. ‘मेडे कॉल’ का मकसद है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल, नजदीकी एयरक्राफ्ट और बचाव दल तुरंत सक्रिय हो जाएं. यह कॉल न सिर्फ गंभीरता दर्शाता है, बल्कि इसके बाद पूरे एयरस्पेस में संबंधित विमान को प्राथमिकता दी जाती है. यह एक प्रकार से “आसमान से आने वाली S.O.S” कॉल मानी जाती है.)

एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर बयान जारी कर कहा, “उड़ान AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, आज 12 जून 2025 को एक हादसे का शिकार हो गई. हम इस समय विवरण की जांच कर रहे हैं और जल्द ही http://airindia.com और हमारे X हैंडल पर और अपडेट साझा करेंगे.”

बचाव और राहत कार्य शुरू

हादसे की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तीन टीमें, जिनमें 90 जवान शामिल हैं, गांधीनगर से अहमदाबाद के लिए रवाना हो गईं. इसके अलावा, वडोदरा से भी तीन टीमें राहत कार्यों के लिए अहमदाबाद पहुंच रही हैं. घटनास्थल पर फायर टेंडर और आपातकालीन टीमें तैनात की गई हैं, और राहत कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किए गए हैं.

केंद्र और राज्य सरकार का त्वरित एक्शन

केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “अहमदाबाद में विमान दुर्घटना की खबर से स्तब्ध और दुखी हूं. हम उच्चतम सतर्कता पर हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहा हूं और सभी विमानन और आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बचाव टीमें और चिकित्सा सहायता घटनास्थल पर तेजी से पहुंचाई जा रही है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री और पुलिस आयुक्त से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्य सचिव पंकज जोशी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था करने और अस्पतालों में प्राथमिकता के आधार पर उपचार सुनिश्चित करने का आदेश दिया.

इस दुखद हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जांच एजेंसियां इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गई हैं, और जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है.