बाढ़: बाबा उमानाथ मंदिर का होगा कायाकल्प
बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट)| पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल में गंगा तट पर स्थित ऐतिहासिक बाबा उमानाथ मंदिर परिसर को पर्यटन और श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक और सुंदर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. बुधवार 10 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने करोड़ों रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
इस परियोजना में मंदिर का जीर्णोद्धार, शादी भवन, सामुदायिक विकास भवन, और यात्रियों के लिए ठहरने की सुविधा शामिल है. साथ ही, सती स्थान के सौंदर्यीकरण और बिजली व्यवस्था के लिए भी आधारशिला रखी गई. यह आयोजन बाढ़ नगर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया.
बाबा उमानाथ मंदिर को मिलेगा नया स्वरूप
बाढ़ के उत्तरायण गंगा तट पर स्थित बाबा उमानाथ मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. इस परियोजना के तहत मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण और रखरखाव किया जाएगा ताकि यह श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने. मंदिर के आसपास की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिससे इसकी भव्यता और बढ़ेगी.
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
- शादी भवन: स्थानीय लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक भव्य शादी भवन का निर्माण होगा, जो सामाजिक आयोजनों के लिए उपयुक्त होगा.
- सामुदायिक विकास भवन: यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की सुविधा के साथ-साथ सामुदायिक गतिविधियों के लिए एक भवन बनाया जाएगा.
- सती स्थान का सौंदर्यीकरण: सती स्थान को और आकर्षक बनाने के लिए बिजली व्यवस्था और सौंदर्यीकरण कार्य किए जाएंगे.
- पर्यटन को बढ़ावा: यह परियोजना पर्यटकों को आकर्षित करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का योगदान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास समारोह में कहा, “बाबा उमानाथ मंदिर का विकास न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि बाढ़ को पर्यटन के नक्शे पर एक नई पहचान देगा. हमारी सरकार बिहार के हर हिस्से में विकास और सुविधाओं को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है.” उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि परियोजना को समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए.
मंत्री विजय चौधरी ने जताई खुशी
जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस अवसर पर कहा, “यह परियोजना बाढ़ के लोगों के लिए एक तोहफा है. मंदिर परिसर का विकास और सती स्थान का सौंदर्यीकरण स्थानीय लोगों के लिए सुविधा और रोजगार के अवसर लाएगा.” उन्होंने यह भी बताया कि यह परियोजना बिहार सरकार की विकास योजनाओं का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य धार्मिक और पर्यटन स्थलों को विश्वस्तरीय बनाना है.
स्थानीय प्रशासन और नेताओं की मौजूदगी
शिलान्यास समारोह में पटना के जिलाधिकारी (डीएम), पुलिस अधीक्षक (एसपी), बाढ़ अनुमंडल के उपमंडल पदाधिकारी (एसडीओ), और वीडियो सर्किट ऑफिसर शामिल हुए. इसके अलावा, बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी, नगर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, और सभी वार्ड आयुक्त भी मौजूद रहे. भाजपा और जनता दल (यू) के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हुए. बाढ़ नगर के निवासियों ने इस पहल का उत्साहपूर्वक स्वागत किया.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मुख्यमंत्री के आगमन से पहले बाढ़ थाना पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए. हर चौराहे और महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस बल और अधिकारी तैनात रहे, जिससे समारोह सुचारू रूप से संपन्न हुआ.
बाढ़ के लिए एक नई शुरुआत
यह परियोजना न केवल धार्मिक स्थल के महत्व को बढ़ाएगी, बल्कि बाढ़ को पर्यटन और सामुदायिक विकास के लिए एक नया केंद्र बनाएगी. स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.