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DUSU चुनाव में ABVP का जलवा बरकरार!

नई दिल्ली (The Bihar Now डेस्क)| दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन प्रमुख पदों – अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव – पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. यह जीत न केवल ABVP की छात्रों के बीच बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है बल्कि इसे राष्ट्र-निर्माण की सकारात्मक विचारधारा की जीत के रूप में भी देखा जा रहा है.

जीत का विशाल अंतर: छात्रों ने ‘राष्ट्रवादी’ सोच को चुना

DUSU चुनाव में ABVP के उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से जीत हासिल की:

  • अध्यक्ष पद: आर्यन मान ने 16,196 वोटों के विशाल अंतर से जीत दर्ज की जो DUSU अध्यक्ष चुनाव में अब तक की दूसरी सबसे बड़ी जीत है.
  • सचिव पद: कुणाल चौधरी ने 7,662 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
  • संयुक्त सचिव पद: दीपिका झा ने 4,445 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की.

यह परिणाम दर्शाता है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने विघटनकारी और नकारात्मक विचारों को खारिज कर दिया है और वे राष्ट्र-निर्माण की रचनात्मक भूमिका को प्राथमिकता देते हैं.

‘यह राष्ट्रनिष्ठ चेतना की प्रतिध्वनि है’: नवनिर्वाचित अध्यक्ष आर्यन मान

अपनी जीत पर बोलते हुए, नवनिर्वाचित अध्यक्ष आर्यन मान ने इसे ‘जेनज़ी पीढ़ी की राष्ट्रनिष्ठ चेतना की प्रतिध्वनि’ बताया. उन्होंने कहा कि यह जीत भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्र-निर्माण के संकल्प को सर्वोपरि रखने वाले छात्रों के विश्वास का प्रतीक है. आर्यन मान ने कहा कि विद्यार्थियों ने देश विरोधी और भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने वालों को करारा जवाब दिया है.

उन्होंने आगे कहा, “यह जीत उस खोखली राजनीति और भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का प्रतिरोध है, जिसे NSUI और कांग्रेस थोपना चाहती थी. छात्रों ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार और पूर्वाग्रह की राजनीति को नकार दिया है और राष्ट्रभक्ति, पारदर्शिता और ईमानदारी के मूल्यों को स्वीकार किया है.” उन्होंने छात्रों से किए गए वादों, जैसे मेट्रो कंसेशन पास और बुनियादी सुविधाओं को जल्द से जल्द पूरा करने की बात भी कही.

NSUI पर लगाए आरोप: ‘भ्रम और विभाजन’ की राजनीति को छात्रों ने नकारा

ABVP के राष्ट्रीय महामंत्री, डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने इस जीत को लोकतंत्र के प्रति आस्थावान विचारों की जीत बताया. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने हमेशा छात्रों के शैक्षिक मुद्दों को प्राथमिकता दी है, और यह परिणाम इसी का प्रमाण है.

DUSU के नवनिर्वाचित सचिव कुणाल चौधरी ने कहा, “यह परिणाम साबित करता है कि आज का युवा भ्रम और प्रपंच से ऊपर उठकर राष्ट्रहित और छात्रहित को चुन रहा है.” उन्होंने कांग्रेस और NSUI पर कई वर्षों से भ्रष्टाचार और अवसरवाद की मानसिकता थोपने का प्रयास करने का आरोप लगाया.

संयुक्त सचिव दीपिका झा ने अपनी जीत का श्रेय ABVP की कुशल रणनीति और कार्यकर्ताओं के समर्पण को दिया. उन्होंने कहा कि ABVP दशकों से छात्राओं को सशक्त प्रतिनिधित्व दे रही है और यह जीत संगठन के प्रति छात्राओं के अटूट विश्वास को दर्शाती है.