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बिहार विधानसभा चुनाव: दानापुर सीट पर राजद से रीतलाल यादव या नया चेहरा?

> दानापुर सीट बनी हॉटस्पॉट, टिकट की दौड़ में कई दावेदार
> रीतलाल यादव की दावेदारी, लेकिन बाहुबली छवि बनी चुनौती

पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar assembly elections) की सरगर्मी के बीच पटना जिले की दानापुर विधानसभा सीट (Danapur Assembly seat) चर्चा का केंद्र बनी हुई है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बना हुआ है.

मौजूदा विधायक और बाहुबली नेता रीतलाल यादव (Bahubali leader Ritlal Yadav), जो रंगदारी के मामले में जेल में हैं, पर पार्टी दोबारा भरोसा जताएगी या नया चेहरा सामने लाएगी, यह सवाल हर किसी के मन में है. दानापुर की गलियों से लेकर गांव की चौपालों तक उम्मीदवारों को लेकर चर्चा जोरों पर है.

उम्मीदवारी पर उठ रहे सवाल

बता दें, 2020 के चुनाव में रीतलाल यादव ने राजद के टिकट पर दानापुर सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि, उनकी बाहुबली छवि और जेल में होने की वजह से इस बार उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठ रहे हैं. कुछ लोग मानते हैं कि रीतलाल का क्षेत्र में दबदबा उन्हें जीत दिला सकता है, जबकि पार्टी का एक वर्ग साफ छवि वाले नए चेहरे को मौका देने की बात कर रहा है. रीतलाल के खिलाफ यह भी बात जा रही है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में लालू यादव की बेटी मीसा भारती की मदद में कमी दिखाई थी.

टिकट की दौड़ में कई नाम, महिला उम्मीदवार की भी चर्चा

दानापुर सीट के लिए कई नेता टिकट की दावेदारी ठोक रहे हैं. इनमें केडी यादव, दिना यादव, मनोज यादव, दीनानाथ यादव और महिला प्रत्याशी डॉ. अनु कुमारी के नाम प्रमुख हैं. स्थानीय लोग भी इस बार बदलाव की मांग कर रहे हैं. कुछ लोग महिला उम्मीदवार को मौका देने की वकालत कर रहे हैं, उनका मानना है कि इससे दानापुर की सियासत में नई ऊर्जा आएगी.

दानापुर का चुनावी इतिहास

पिछले दो विधानसभा चुनावों में दानापुर सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला. 2015 में रीतलाल यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन जीत बीजेपी के खाते में गई थी. 2020 में राजद ने रीतलाल को टिकट दिया और उन्होंने बीजेपी को हराकर सीट पर कब्जा जमाया. इस बार समीकरण बदले हुए हैं, और टिकट का फैसला दानापुर की सियासत का रुख तय करेगा.

जनता की राय, क्या चाहते हैं दानापुर के लोग?

दानापुर के लोगों में रीतलाल यादव को लेकर मिली-जुली राय है. उनके समर्थकों का कहना है कि रीतलाल ने क्षेत्र में कई विकास कार्य कराए हैं, और उनकी लोकप्रियता जीत की गारंटी है. वहीं, कुछ लोग बदलाव चाहते हैं और मानते हैं कि साफ छवि वाला उम्मीदवार पार्टी को मजबूती दे सकता है. महिला उम्मीदवार की संभावना ने भी चर्चाओं को नया आयाम दिया है.

राजद के सामने बड़ा फैसला

दानापुर सीट पर राजद का उम्मीदवार कौन होगा, यह फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है. अगर रीतलाल को फिर से मौका मिला, तो मुकाबला पुराने अंदाज में होगा. लेकिन अगर पार्टी ने नया चेहरा उतारा, तो दानापुर की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. इस सस्पेंस ने दानापुर की सियासी गर्मी को और बढ़ा दिया है.