पटना में दशहरा और रामलीला महोत्सव 2025 का होगा भव्य आयोजन, तैयारियों की समीक्षा
> दशहरा महोत्सव: सांस्कृतिक उत्सव का रंगारंग आयोजन
> रामलीला महोत्सव: गांधी मैदान में 12 दिन का उत्सव
> श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शास्त्रीय प्रस्तुतियां
> तैयारियों पर आयुक्त की नजर
पटना (The Bihar Now डेस्क)| पटना में इस बार दशहरा और रामलीला महोत्सव का आयोजन भव्य और रंगारंग तरीके से होने जा रहा है. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में 4-दिवसीय दशहरा महोत्सव और गांधी मैदान में 12-दिवसीय रामलीला महोत्सव का आयोजन होगा. इसकी तैयारियों की समीक्षा पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन आयोजनों को सफल बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों. यह आयोजन बिहार सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग के सहयोग से श्रीकृष्ण स्मारक विकास समिति और आयुक्त कार्यालय, पटना प्रमंडल द्वारा किया जा रहा है.
श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में 25 से 28 सितंबर तक दशहरा महोत्सव का आयोजन होगा. इस दौरान देश-विदेश के प्रसिद्ध कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. स्पिक मैके (SPIC MACAY) के सहयोग से 26 से 28 सितंबर तक शास्त्रीय संगीत, भजन, नृत्य, बांसुरी और वायलिन जुगलबंदी, मोहन वीणा जैसी प्रस्तुतियां होंगी.
- 26 सितंबर: पद्मश्री पंडित उल्हास कशलकर का शास्त्रीय गायन और पद्मश्री व ग्रैमी विजेता पंडित विश्व मोहन भट्ट की मोहन वीणा प्रस्तुति.
- 27 सितंबर: पंडित रितेश मिश्रा और पंडित रजनीश मिश्रा का शास्त्रीय गायन, साथ ही पद्मश्री पंडित रोनू मजुमदार और डॉ. मैसूर मंजुनाथ की बांसुरी-वायलिन जुगलबंदी.
- 28 सितंबर: विदुषी सूर्यगायत्री के भजन और विदुषी तनुश्री शंकर का नृत्य प्रदर्शन.
25 सितंबर को श्रीकृष्ण स्मारक विकास समिति द्वारा राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी. हर दिन शाम 6:30 बजे से कार्यक्रम शुरू होंगे.
श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट का योगदान
गांधी मैदान में 22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट, पटना द्वारा रामलीला महोत्सव का आयोजन होगा. यह 2008 के बाद पहली बार गांधी मैदान में हो रहा है. ट्रस्ट के चेयरमैन श्री कमल नोपानी और अध्यक्ष श्री अरुण कुमार ने बताया कि 22 सितंबर को उद्घाटन के साथ रामलीला शुरू होगी.
कार्यक्रम का विवरण
- 22 सितंबर: उद्घाटन और रामलीला का शुभारंभ.
- 23 सितंबर से रोजाना: शाम 4 से 6 बजे तक स्थानीय कलाकारों द्वारा भजन-कीर्तन, और शाम 6 से रात 9 बजे तक रामलीला का मंचन.
- प्रमुख प्रसंग: श्री गणेश पूजन, श्री हनुमत पूजन, श्री राम जन्म, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, राम-सीता विवाह, राम वन गमन, सीता हरण, सुग्रीव मित्रता, बाली वध, संजीवनी कथा, रावण-कुंभकरण-मेघनाथ दहन, और श्रीराम राज्याभिषेक जैसे दृश्यों का मंचन होगा.
समीक्षा बैठक और निर्देश
आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने आयोजन समितियों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. संयुक्त आयुक्त श्री मनोज कुमार चौधरी ने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. आयुक्त ने सभी अधिकारियों को आयोजकों के साथ नियमित समन्वय बनाए रखने और महोत्सव को सफल बनाने के लिए निर्देश दिए.
प्रशासन की प्राथमिकताएं
- भीड़ प्रबंधन: बड़ी संख्या में दर्शकों के आने की संभावना को देखते हुए बेहतर भीड़ प्रबंधन.
- यातायात व्यवस्था: सुगम ट्रैफिक के लिए प्रभावी योजना.
- सुरक्षा: पुलिस और दंडाधिकारियों की तैनाती, जिसमें महिला कर्मियों को भी शामिल किया जाएगा.
- स्वच्छता और सुविधाएं: पटना नगर निगम द्वारा नियमित सफाई, पेयजल के लिए वाटर एटीएम और टैंकर, बिजली आपूर्ति, और मेडिकल सुविधाएं.
- आकस्मिक तैयारी: अग्निशामक दस्ते और मेडिकल टीम की तैनाती.
आयुक्त ने बताया कि 2018 के बाद दशहरा महोत्सव की शुरुआत 2023 से दोबारा हुई, और इस बार इसे और भव्य बनाया जाएगा.
दर्शकों के लिए खास व्यवस्थाएं
आयुक्त ने कहा कि बुजुर्ग, महिलाएं, और बच्चे भी बड़ी संख्या में इन आयोजनों में शामिल होंगे. इसलिए, दर्शकों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा.
- पेयजल और स्वच्छता: पर्याप्त पेयजल और साफ-सफाई की व्यवस्था.
- प्रवेश-निकास: बाधारहित मार्ग.
- सुरक्षा: दंडाधिकारी और पुलिस सजग रहेंगे, जो विनम्रता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे.
- पार्किंग और यातायात: बेहतर पार्किंग और ट्रैफिक प्रबंधन.