गंगा के बढ़ते जलस्तर पर प्रशासन सतर्क, अथमलगोला में बाढ़ तैयारियों का जायजा
> रामनगर दियारा और सबनिमा में बाढ़ से निपटने की रणनीति तैयार
> सैंड बैग से लेकर राहत कार्यों तक, प्रशासन ने कसी कमर
बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट)| गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए बाढ़ प्रशासन ने अपनी तैयारियों को और मजबूत कर लिया है. गुरुवार 17 जुलाई को अनुमंडल पदाधिकारी (बाढ़), अंचल अधिकारी (अथमलगोला) और प्रखंड विकास पदाधिकारी (अथमलगोला) ने अथमलगोला अंचल के संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से रामनगर दियारा और सबनिमा ग्राम का स्थलीय दौरा किया. इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा करना था.
दौरे के दौरान अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और बाढ़ के दौरान आपातकालीन स्थिति में किए जाने वाले बचाव और राहत कार्यों की रूपरेखा पर चर्चा की.
अंचल अधिकारी (अथमलगोला) ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर अभी नियंत्रण में है, लेकिन अगर जलस्तर में और वृद्धि होती है तो रामनगर दियारा और सबनिमा जैसे क्षेत्र सबसे पहले प्रभावित हो सकते हैं. इन क्षेत्रों में बाढ़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
सैंड बैग और बचाव की तैयारी
अंचल अधिकारी ने सबनिमा में सड़क के किनारे कुछ सैंड बैग उपलब्ध कराने का अनुरोध किया ताकि बाढ़ के पानी को रोका जा सके. इस अनुरोध पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी (बाढ़) ने सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल (बख्तियारपुर) को सैंड बैग उपलब्ध कराने के लिए अधियाचना भेजने का निर्देश दिया.
स्थिति पर पैनी नजर
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. प्रशासन द्वारा गंगा के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी संसाधन तैयार हैं. स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और किसी भी असामान्य स्थिति की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें.