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पाकिस्तान में अभी जिंदा हैं भारत के ये खूंखार दुश्मन आतंकी

नई दिल्ली (The Bihar Now डेस्क)| पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है, जिसे वह लंबे समय तक नहीं भूल पाएगा. मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के 9 ठिकानों पर सटीक और घातक एयर स्ट्राइक की. इन हमलों ने आतंकी संगठनों के आकाओं की कमर तोड़ दी और उनके ठिकानों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया. यह कार्रवाई न केवल भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का भी स्पष्ट संदेश है.

पाकिस्तान लंबे समय से भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकियों को पनाह देता रहा है. हाफिज सईद, मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम जैसे खूंखार आतंकी पाकिस्तान की धरती पर अभी भी खुलेआम सांप की तरह फन फैलाए बैठे हैं. आइए, आपको बताते हैं कि भारत के इन मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की काली करतूतें और पाकिस्तान में उनकी पनाहगाहों का सच.

हाफिज सईद: आतंक का सरगना

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा में 5 जून 1950 को जन्मा हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का मुखिया है. संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर 2008 को इसे वैश्विक आतंकी घोषित किया था. 2000 में दिल्ली के लाल किले पर हमला, 2008 में रामपुर हमला, 26/11 का मुंबई हमला और 2015 में जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ काफिले पर हमला—इन सभी की साजिश में हाफिज का नाम सामने आया है. यह आतंकी जम्मू-कश्मीर में आतंकी साजिशें रचने और टेरर फंडिंग में भी लिप्त है. अप्रैल 2022 में पाकिस्तान की अदालत ने इसे 31 साल की सजा सुनाई, लेकिन यह केवल फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ब्लैकलिस्ट से बचने का दिखावा माना जाता है.

मसूद अजहर: जैश का खतरनाक चेहरा

10 जुलाई 1968 को जन्मा मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है. 1 मई 2019 को संयुक्त राष्ट्र ने इसे वैश्विक आतंकी घोषित किया. 2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा हमला, संसद हमला, 2016 में पठानकोट हमला और 2019 में पुलवामा हमला, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे, जैश की करतूतें हैं. पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट में जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर बदला लिया था.

जकी-उर-रहमान लखवी: 26/11 का मास्टरमाइंड

हाफिज सईद का खासमखास और लश्कर का कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी 26/11 मुंबई हमलों का अहम साजिशकर्ता है. दिसंबर 2008 में इसे संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक आतंकी घोषित किया. लाल किला, रामपुर और बीएसएफ काफिले पर हमलों में भी इसका हाथ रहा. 2009 में इसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, लखवी इस्लामाबाद और ओकारा में रहता है.

जफर इकबाल: जम्मू-कश्मीर का गद्दार

4 अक्टूबर 1953 को जम्मू-कश्मीर में जन्मा जफर इकबाल अब पाकिस्तान में पनाह लिए हुए है. हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी का कमांडर यह शख्स लाहौर में मस्जिद अल-कदेसिया के पास रहता है. भारत, खासकर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में इसका नाम शामिल है.

सैयद सलाहुद्दीन: हिज्बुल का चीफ

हिज्बुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन हाल ही में रावलपिंडी में देखा गया. वह जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में सक्रिय है. हाल ही में हिज्बुल के आतंकी बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में हत्या हुई, जो भारत में यूएपीए के तहत आतंकी घोषित था.

दाऊद इब्राहिम: अंडरवर्ल्ड का बादशाह

26 दिसंबर 1955 को मुंबई में जन्मा दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है, जिसमें 257 लोग मारे गए थे. टेरर फंडिंग, हथियार और ड्रग्स तस्करी में लिप्त दाऊद कराची में ‘व्हाइट हाउस’ नामक बिल्डिंग में रहता है. 2003 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे वैश्विक आतंकी घोषित किया. भारत ने कई बार इसके ठिकाने के सबूत दिए, लेकिन पाकिस्तान हमेशा मुकर जाता है.

अब्दुल रहमान मक्की: लश्कर का डिप्टी चीफ

10 दिसंबर 1954 को जन्मा अब्दुल रहमान मक्की हाफिज सईद का साला और लश्कर का डिप्टी चीफ था. जनवरी 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे वैश्विक आतंकी घोषित किया. टेरर फंडिंग, भर्ती और कट्टरपंथ फैलाने में माहिर मक्की की पिछले साल लाहौर में हार्ट अटैक से मौत हो गई.

पाकिस्तान: आतंक का अड्डा

पाकिस्तान में 150 से ज्यादा आतंकी संगठन सक्रिय हैं, जो भारत सहित दुनिया भर में आतंक फैलाते हैं. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताया था, जिस पर पाकिस्तान बौखला गया. संयुक्त राष्ट्र ने भी 150+ आतंकी संगठनों और आतंकियों को वैश्विक आतंकी सूची में डाला है.

मुंबई हमले और हाफिज पर इनाम

26/11 मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे. इस हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद था. अमेरिका ने 2012 में इस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा. भारत ने भी इसे यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया है. एनआईए की वॉन्टेड लिस्ट में भी हाफिज का नाम है.
भारत की इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसका रुख अडिग है. पाकिस्तान को अब जवाब देना होगा कि वह कब तक आतंकियों को पनाह देता रहेगा.