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गोपाल खेमका हत्याकांड में लापरवाही के आरोप में गांधी मैदान SHO निलंबित

> गोपाल खेमका हत्याकांड में लापरवाही, SHO राजेश कुमार पर गिरी गाज,
> RJD ने साधा NDA पर निशाना
> RJD नेता तेजस्वी यादव का NDA सरकार पर हमला

पटना (The Bihar Now डेस्क)| राजधानी पटना में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जिसने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हाल ही में हुए दो हत्याकांडों ने न केवल स्थानीय लोगों में डर का माहौल पैदा किया है, बल्कि सत्तारूढ़ NDA सरकार को भी विपक्ष के निशाने पर ला दिया है.

पहले मामले में, पटना के गांधी मैदान क्षेत्र में व्यवसायी गोपाल खेमका की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई. खेमका ने पहले ही अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन उनकी पुकार अनसुनी रह गई. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में गांधी मैदान थाने के SHO राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. IG जितेंद्र राणा ने कहा, “SHO की लापरवाही इस मामले में स्पष्ट थी, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई.”

इसके कुछ ही दिनों बाद, राम कृष्ण नगर में एक और हत्याकांड ने शहर को हिलाकर रख दिया. किराना दुकान चलाने वाले विक्रम झा को एक अज्ञात बाइक सवार ने गोली मार दी. अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई. SP पटना पूर्व परिचय कुमार ने बताया, “CCTV फुटेज के आधार पर हमने पाया कि हमलावर बाइक पर आया और विक्रम झा पर गोली चला दी. दुकान में लूटपाट के कोई सबूत नहीं मिले हैं.” उन्होंने आगे कहा कि हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है और FSL टीम मामले की गहन जांच कर रही है.

विक्रम झा मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले थे और पिछले एक साल से पटना में अपनी किराना दुकान चला रहे थे. वह अपनी दुकान के ऊपरी मंजिल पर परिवार के साथ रहते थे. पुलिस के मुताबिक, उनके खिलाफ कोई पूर्व शिकायत दर्ज नहीं थी, जिसके चलते हत्या का मकसद अब तक रहस्य बना हुआ है.

तेजस्वी का तंज, NDA पर सवाल

इन घटनाओं ने बिहार की सियासत को भी गरमा दिया है. RJD नेता तेजस्वी यादव ने इन हत्याओं को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने X पर लिखा, “मुख्यमंत्री की सेहत के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन BJP के दो उपमुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं? भ्रष्ट भुनजा-डीके पार्टी से कोई बयान क्यों नहीं?” तेजस्वी ने NDA सरकार से अपराध पर नियंत्रण और जवाबदेही की मांग की है.

आगे की जांच

पुलिस दोनों मामलों में गहन जांच कर रही है. गोपाल खेमका और विक्रम झा की हत्याओं ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं. इन घटनाओं ने न केवल आम लोगों में डर पैदा किया है, बल्कि यह भी सवाल उठाया है कि क्या बिहार में लोग सुरक्षित हैं?