पाकिस्तान की हवाई रणनीति बेनकाब; विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने खोली इस्लामाबाद की पोल
पाकिस्तान ने नागरिक उड़ानों को बनाया ढाल,
असफल ड्रोन हमले के बाद भी नहीं बंद किया हवाई क्षेत्र
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय वायुसेना की सटीक कार्रवाई,
पाकिस्तानी रडार तबाह
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया,
300-400 ड्रोनों से पाकिस्तान ने की घुसपैठ की कोशिश
नई दिल्ली (The Bihar Now डेस्क)| विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) ने शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर विशेष ब्रीफिंग में पाकिस्तान की कुटिल हवाई रणनीति को बेनकाब किया.
उन्होंने खुलासा किया कि 7 मई को शाम 08:30 बजे पाकिस्तान ने बिना उकसावे के ड्रोन और मिसाइल हमला किया, लेकिन इसके बावजूद उसने अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया. व्योमिका ने कहा, “पाकिस्तान ने जानबूझकर नागरिक उड़ानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया, यह जानते हुए कि भारत इसका त्वरित जवाब देगा.”
उन्होंने जोर देकर कहा कि इस फैसले से भारत-पाकिस्तान सीमा के पास उड़ान भरने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों सहित नागरिक विमानों को खतरे में डाला गया. ब्रीफिंग के दौरान, व्योमिका ने फ्लाइट रडार 24 के डेटा के जरिए पंजाब सेक्टर में हाई अलर्ट के दौरान स्थिति को दर्शाया. उन्होंने बताया कि भारत ने अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया था, लेकिन पाकिस्तान ने कराची-लाहौर मार्ग पर उड़ानों को जारी रखा.
विंग कमांडर ने कहा, “भारतीय वायुसेना ने संयम बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की.” उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारत ने चार पाकिस्तानी वायु रक्षा ठिकानों पर सशस्त्र ड्रोन तैनात किए, जिनमें से एक ड्रोन ने गुरुवार को एक वायु रक्षा रडार को नष्ट कर दिया.
पाकिस्तान की आक्रामकता
7 और 8 मई की रात को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी तोपों और सशस्त्र ड्रोनों से हमला किया, जिसमें भारतीय सेना को कुछ नुकसान हुआ. हालांकि, भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा.
इसे भी पढ़ें – पाकिस्तान की नई नीचता: नियंत्रण रेखा पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर भारत पर हमला
कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofiya Qureshi) ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तानी सेना ने 7 और 8 मई की रात को पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने 36 स्थानों पर घुसपैठ के लिए 300 से 400 ड्रोनों का इस्तेमाल किया. भारतीय सशस्त्र बलों ने काइनेटिक और गैर-काइनेटिक तरीकों से कई ड्रोनों को मार गिराया.”
कुरैशी ने बताया कि ड्रोन मलबे की फॉरेंसिक जांच से पता चला कि ये तुर्की के एसिसगार्ड सोंगार ड्रोन हो सकते हैं. पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू में हमास-शैली की मिसाइलों से हमला किया, जो इजरायल में हमास के हमलों की तर्ज पर था.
ऑपरेशन सिंदूर का जवाब
पाकिस्तान का यह हमला 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था. गुरुवार को भारतीय सेना ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोनों को मार गिराया. साथ ही, 7-8 मई की रात को पाकिस्तान के बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले को नाकाम करते हुए लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया.

