राहुल गांधी की ‘लोकतंत्र बचाओ’ की हुंकार, ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की धमाकेदार शुरुआत
सासाराम / पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सासाराम के सुआरा हवाई अड्डा मैदान में रविवार को ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत हुई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई, जिसमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सीपीआई माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए. इस जनसभा में बिहार के कोने-कोने से जुटी भारी भीड़ ने “वोट चोर गद्दी छोड़” के नारे लगाकर महागठबंधन की ताकत का प्रदर्शन किया.
राहुल गांधी विशेष विमान से गया हवाई अड्डे पहुंचे और फिर हेलिकॉप्टर से सासाराम आए. जनसभा में महागठबंधन ने चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट में किए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) में कथित गड़बड़ियों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. नेताओं ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश करार देते हुए जनता से एकजुट होने की अपील की.
लालू यादव का आह्वान: “चोरों को हटाइए, बीजेपी को भगाइए”
लालू प्रसाद यादव ने अपने चिर-परिचित अंदाज में जनता को संबोधित करते हुए कहा, “चोरों को हटाइए, बीजेपी को भगाइए, हमें जिताइए. बीजेपी को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना है.” उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने की बात कही और अपने पुराने गीत “लागल-लागल झुलनिया में धागा, बलम कलकत्ता चला” से माहौल को और जीवंत कर दिया.
राहुल गांधी का बीजेपी पर हमला: “वोट चोरी करके जीत रही सरकार”
राहुल गांधी ने बीजेपी पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के चार महीने बाद विधानसभा चुनाव में एक करोड़ वोटर अचानक बढ़ गए. कर्नाटक में एक विधानसभा सीट पर एक लाख वोट चोरी हुए, जिसे बीजेपी ने जीत लिया. बिहार में भी अब SIR के जरिए वोट चोरी की साजिश हो रही है, लेकिन हम इसे कामयाब नहीं होने देंगे.”

तेजस्वी यादव का तंज: “बिहार में चूना नहीं, मिर्ची रगड़ेंगे”
तेजस्वी यादव ने अपने जोशीले अंदाज में कहा, “यहां वोट की चोरी नहीं, डकैती हो रही है. पीएम मोदी बिहारियों को चूना लगाना चाहते हैं, लेकिन बिहार में चूना खैनी के साथ रगड़ा जाता है. बिहारी गरीब हो सकता है, लेकिन उसका जोश मिर्ची की तरह तीखा है.” उन्होंने नीतीश सरकार पर उनकी योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया और कहा, “20 साल नीतीश को, 11 साल मोदी को देख लिया. अब खटारा सरकार को बदलने का समय है.”
तेजस्वी ने मल्लिकार्जुन खरगे को अभिभावक और राहुल गांधी को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि राहुल ने मोदी सरकार की नींद हराम कर दी है.
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खरगे का गुस्सा: “10 लोग भी हों, तो मैं बोलूंगा”
जनसभा में मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण के दौरान कुछ लोग हल्ला करने लगे, जिस पर खरगे भड़क गए. उन्होंने कहा, “अगर सुनना है तो सुनो, नहीं तो 10 लोग भी हों, मैं बोलता रहूंगा.” उनकी यह बेबाकी ने माहौल को और गर्म कर दिया. दरअसल, तेजस्वी और राहुल के बाद खरगे संबोधन देने आए. खरगे ने थोड़ा ज्यादा समय लिया तो लालू यादव को सुनने आए लोग उतावले होने लगे और हल्ला करने लगे.
मुकेश सहनी का दावा: “चुनाव आयोग मोदी की जेब में”
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा, “यह यात्रा लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है. वोट का अधिकार नहीं होता तो न लालू यादव सीएम बनते, न मैं मंत्री बनता. चुनाव आयोग पीएम मोदी की जेब में है, लेकिन हम वोट के अधिकार की रक्षा करेंगे.”
भूपेश बघेल और पप्पू यादव का समर्थन
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, “राहुल गांधी अन्याय के खिलाफ उम्मीद की किरण हैं. यह सरकार वोट चोरी करके बनी है.” वहीं, सांसद पप्पू यादव ने कहा, “राहुल गांधी संविधान, किसानों और युवाओं के लिए लड़ रहे हैं, न कि राजनीतिक फायदे के लिए.”
दीपंकर भट्टाचार्य का आरोप: “35 लाख मजदूरों के नाम हटाए”
सीपीआई माले के दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा, “बिहार के 35 लाख प्रवासी मजदूरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए. जीवित लोगों को मृत दिखाया जा रहा है. यह आजादी का महीना है, और हम संविधान और वोट के अधिकार की रक्षा करेंगे.”
यात्रा का रोडमैप: 16 दिन, 23 जिले
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोट अधिकार यात्रा’ का पहला चरण 16 दिनों तक चलेगा और 1 सितंबर को पटना में एक भव्य रैली के साथ इसका समापन होगा. इस यात्रा का पूरा मार्ग पहले ही घोषित किया जा चुका है. यात्रा की शुरुआत शुक्रवार को सासाराम से होगी, जो डेहरी ऑन सोन और रोहतास तक जाएगी. 18 अगस्त को यह कुटुंबा, औरंगाबाद, देव, और गुरारू होते हुए पुनामा वजीरगंज, गया से नवादा और फिर बरबीघा पहुंचेगी. 20 अगस्त को यात्रा में विश्राम रहेगा.
21 अगस्त को यात्रा शेखपुरा के तीन मोहानी दुर्गा मंदिर से शुरू होकर सिकंदरा, जमुई होते हुए मुंगेर पहुंचेगी. 22 अगस्त को मुंगेर से सुल्तानगंज के रास्ते भागलपुर जाएगी. 23 अगस्त को बरारी, कुरसेला, कोढ़ा और कटिहार के जरिए पूर्णिया पहुंचेगी. 24 अगस्त को पूर्णिया से अररिया होते हुए नरपतगंज तक का सफर होगा. 25 अगस्त को यात्रा में एक दिन का अवकाश रहेगा.
26 अगस्त से यात्रा सुपौल से शुरू होकर फुलपरास, सकरी, और मधुबनी होते हुए दरभंगा पहुंचेगी. 27 अगस्त को दरभंगा से मुजफ्फरपुर और फिर सीतामढ़ी जाएगी. 28 अगस्त को सीतामढ़ी से मोतिहारी और पश्चिम चंपारण का रुख करेगी. 29 अगस्त को बेतिया से गोपालगंज और फिर सीवान पहुंचेगी. 30 अगस्त को छपरा से आरा तक का सफर होगा. 31 अगस्त को एक दिन का विश्राम रहेगा. अंत में, 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल सभा के साथ यह यात्रा समाप्त होगी.