क्या पीके भी सिर्फ जुबानी जंग लड़ते हैं ? उन्हें भी सिर्फ वोट की है जरूरत!
> प्रशांत किशोर का नरम रुख,
> जनता पर छोड़ा फैसला,
> एक बड़े पत्रकार द्वारा सेटिंग (?) में भूमिका निभाने की सोशल मीडिया में चर्चा !
पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (Allegations by Jan Suraaj Party) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है, लेकिन अब उनका रुख कुछ नरम दिख रहा है. पहले जहां वे बड़े नेताओं पर ताबड़तोड़ आरोप लगा रहे थे, वहीं अब वे कह रहे हैं कि उनका काम सिर्फ जनता के सामने सच लाना है. फैसला अब जनता को करना है.
कभी अपने द्वारा चलाए गए मुहिम पर कोर्ट जाने की धमकी देने वाले प्रशांत किशोर ने कहा, “हम कोई जांच एजेंसी नहीं हैं जो हर दिन दस्तावेज लेकर बैठें. जिन्होंने गलती मानी, उन पर अब बात नहीं करेंगे. जो नहीं मान रहे, उनके खिलाफ हम बोलते रहेंगे.”
जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने प्रशांत किशोर (Ashok Choudhary vs. Prashant Kishor) के आरोपों का जवाब देते हुए साफ कर दिया है कि वे कोर्ट-कचहरी की लड़ाई से ज्यादा जनता की अदालत (People’s Court Against Corruption) में विश्वास रखते हैं.
दुर्गाष्टमी के दिन अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) में जनता ही तय करेगी कि सच क्या है.” पहले उन्होंने प्रशांत के आरोपों पर कोर्ट में शपथ पत्र के जरिए जवाब देने की बात कही थी, लेकिन अब वे सीधे चुनावी मैदान में उतरने की बात कर रहे हैं.
मंगल पांडेय और दिलीप जायसवाल पर क्यों चुप्पी?
प्रशांत किशोर ने पहले सम्राट चौधरी, अशोक चौधरी, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल और संजय जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन हाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सिर्फ सम्राट और अशोक का जिक्र किया.
मंगल पांडेय और दिलीप जायसवाल का नाम न लेने पर सवाल उठे तो प्रशांत ने कहा, “जिन्होंने गलती मान ली और चुप हो गए, उनकी फाइल अभी किनारे रख दी है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनसे समझौता हो गया. जनता सब देख रही है.” सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे सेटिंग का नाम दे रहे हैं और चर्चा है कि एक बड़े पत्रकार ने सुलह में भूमिका निभाई.
प्रशांत किशोर की चेतावनी, “गलती मान लो, वरना जनता दौड़ाएगी”
पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत ने साफ कहा, “हमारा काम भ्रष्ट नेताओं को जनता के सामने लाना है. जो गलती मान लेते हैं, उन पर अब बात नहीं करेंगे. लेकिन जो अड़े हैं, उनके खिलाफ हमारी मुहिम जारी रहेगी.”
उन्होंने अशोक चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा, “हम नहीं जानते कि उन्होंने 200 करोड़ की चोरी की या 2000 करोड़ की. हम सिर्फ इतना बता रहे हैं कि उनके पास अवैध संपत्ति है. अगर वे इसे मान लें तो हम जनता पर फैसला छोड़ देंगे.”
बिहार की जनता अब जाग चुकी है
प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार की जनता अब जाग चुकी है और वह भ्रष्ट नेताओं को जवाब देगी. उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में असली ताकत जनता के पास है. हमने सच सामने रख दिया, अब जनता को तय करना है कि वह इन नेताओं को माफ करेगी या सजा देगी.” उनकी इस बात से साफ है कि वे अब इस जंग को जनता की अदालत में ले जाना चाहते हैं.
(इनपुट – मीडिया रेपोर्ट्स)