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कोरोना से ज्यादा घातक पबजी, बच्चे ने ली अपनी जान

कोटा /पटना (TBN डेस्क ) | “प्लेयर अननोन बैटलग्राउंड” (PUBG) बच्चों और युवाओं के बीच इस वक्त दुनिया का सबसे पसंदीदा गेम बन चुका है. बच्चों और युवाओं के बीच पबजी ऑनलाइन गेम को लेकर इतना ज्यादा क्रेज हो चुका है कि अगर एक बार इस गेम को खेलने की लत लग जाती है तो इस गेम का प्रभाव उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर पड़ने लगता है. पबजी गेम को खेलने वाले बच्चों के व्यवहार में बदलाव होने से कई तरह की मानसिक समस्याएं होने लगती है. जिससे बच्चे आत्महत्या जैसे खौफनाक कदम को अंजाम देने में भी संकोच नहीं करते हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला राजस्थान के कोटा से सामने आया है.

खबर के अनुसार राजस्थान के कोटा में नौवीं क्लास में पढ़ने वाले 14 साल के एक बच्चे ने पबजी खेलने के दौरान आत्महत्या कर ली. रेलवे कॉलोनी थाना इलाके में रहने वाले एक बच्चे ने आधी रात को ख़ुदकुशी करके अपनी जान दे दी. मृतक बच्चे के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार इस बच्चे ने आधी रात तक पबजी गेम खेला था और सुबह जब घर वालों ने देखा तो वह फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला.

मृतक बच्चे के पिता सेना में कार्यरत हैं. परिजनों के अनुसार इस बच्चे ने 3 दिन पहले ही पबजी गेम डाउनलोड किया था और लगातार उसे खेल रहा था. बच्चे ने अपनी मां के मोबाइल फोन में सुसाइड वाली रात भी पबजी गेम खेला था.

लगातार पबजी गेम खेलने से दिमाग पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. पबजी गेम का क्रेज केवल छोटे बच्चों तक ही सीमित नहीं रह गया बल्कि छोटे बच्चों से लेकर 30-32 साल के युवाओं तक में पबजी गेम को लेकर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है. पबजी गेम खेलने की बढ़ती लत के कारण हजारों युवाओं में व्यवहार संबंधी परेशानियां और मानसिक रोग जैसी तमाम बीमारियों की संख्या में वृद्धि भी देखने को मिल रही है.