पटना में मरे कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- दुनिया भर में कोरोना की द’हशत लगातार जारी है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए विश्व भर में सतर्कता बरती जा रही है. कोरोना को लेकर बिहार में महामारी रेगुलेशन एक्ट 1897 लागू कर दिया गया है. पिछले दिनों भागलपुर जिले के वार्ड नंबर 26 में दो दिनों के दौरान 78 सुअरों की मौत के कारण लोगों में स्वाइन फ्लू के डर का खतरा सता रहा था. हालाँकि पशुपालन विभाग के द्वारा स्वाइन फ्लू के मामलों को नाकारा जा रहा है, पर एनीमल हेल्थ एंड प्रोडक्शन इंस्टीच्यूट स्वाइन फीवर से सुअरों की मौत होने की बात स्वीकार कर रहा है. ऐसे में पिछले दिनों पटना में कौओं की मौत के बाद बर्ड फ्लू की ख़बरों से लोगों में दहशत का माहौल बन गया था लेकिन कोलकाता भेजे गए सैम्पल्स की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि न होने से लोगों ने राहत भरी साँस ली है.
15 फरवरी को पटना के लोहियानगर इलाके में अत्यधिक संख्या में कौओं की मौत की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है. बी-26 बीडी सिंह के घर के निकट अचानक से बड़ी संख्या में कौओं की मौत हो गयी थी, जिसके बाद कौओं की मौत की जांच के लिए दो बार सैम्पल कोलकाता भेजे गए थे. जांच के दौरान दोनों बार ही इस बीमारी यानी एवियन्स इंफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि नहीं हुई है. फिर भी राज्य सरकार के द्वारा साफ-सफाई के साथ साथ सतर्कता बरतने के दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
बर्ड फ्लू के बारे में जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. उमेश कुमार ने बताया है कि, ” पटना में हुई कौओं की मौत की जांच के लिए दो बार सैम्पल कोलकाता भेजे गए थे. जांच के दौरान दोनों ही बार बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है”.