Big NewsBreakingमनोरंजन

कैंसर से जंग हार गए जूनियर महमूद, मुंबई में ली अंतिम सांस

मुंबई (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पेट के कैंसर (stomach cancer) से जूझ रहे जूनियर महमूद (Junior Mehmood) आखिरकार हम सभी को अलविदा कह गए. जूनियर महमूद का गुरुवार देर रात 2 बजे निधन (actor Junior Mehmood died of stomach cancer) हो गया. वे पिछले कई महीनों से दर्द में जिंदगी बसर कर रहे थे. 67 साल के जूनियर महमूद को नवंबर में पता चला था कि उन्हें स्टेज-4 का कैंसर है. उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार दोपहर की प्रार्थना के बाद सांताक्रूज कब्रिस्तान में किया जाएगा.

जूनियर महमूद, जिनका असली नाम नईम सईद (Naeem Sayyed) था, के बेटे हुस्नेन ने बताया, “हमें उनके चौथे स्टेज के पेट के कैंसर के बारे में 18 दिन पहले ही पता चला था. हम उन्हें टाटा मेमोरियल (Tata Memorial Hospital, Mumbai) अस्पताल ले गए. वहां के डीन ने हमें बताया कि इस स्तर पर उपचार और कीमोथेरेपी (Chemotherapy) बहुत दर्दनाक होगी. अस्पताल ने सुझाव दिया था कि हम घर पर ही उनकी देखभाल करें.”

पूरी इंडस्ट्री जहां उनके मौत से सदमे में है, वहीं जूनियर महमूद अपने पीछे परिवार में पत्नी लता और दो बेटों, बहू और एक पोते को छोड़ गए हैं. अभिनेता ने अपने पांच दशक से अधिक लंबे करियर में 250 से अधिक फिल्मों में काम किया था.

जूनियर महमूद के पेट का कैंसर उनके लिवर, फेफड़ों और आंत तक फैल गया था. उनके करीबी दोस्त और एक्टर मास्टर राजू ने बताया कि डॉक्टर्स ने यहां तक कह दिया था कि अब जूनियर महमूद के पास बहुत से बहुत 40 दिनों का वक्त है.

मास्टर राजू (Master Raju) और दिग्गज कॉमेडियन जॉनी लीवर (veteran comedian Johnny Lever) हर दिन जूनियर महमूद का हाल लेने पहुंच रहे थे. जॉनी लीवर ने उनके इलाज के खर्च में भी मदद की थी. जूनियर महमूद ने अपनी आखिरी इच्छा जाहिर कि थी कि वह अपने दोस्त जितेंद्र (actor Jitendra) से मिलना चाहते हैं. इसके बाद जितेंद्र उनसे मिलने भी पहुंचे थे. एक्टर सचिन पिलगांवकर (Sachin Pilgaonkar) ने भी अपने दोस्त का आखिरी वक्त में हाल लिया था.

अभिनेता जितेंद्र ने बताया कि जब वह अपने दोस्त जूनियर महमूद से मिलने पहुंचे तो उन्हें पहचान नहीं सके. अपने दोस्त की बुरी हालत देखकर वह अपने आंसू रोक नहीं पाए. जितेंद्र और जूनियर महमूद ने नासिर हुसैन की फिल्म ‘कारवां’ में एक साथ काम किया था. तब सेट पर आशा पारेख (Asha Parekh) और जितेंद्र के साथ जूनियर ने खूब समय बितया था और यहीं से दोनों की दोस्ती गहरी हुई थी.

जूनियर महमूद ने अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में फिल्म ‘नौनिहाल’ से की, जिसमें संजीव कुमार, बलराज साहनी और इंद्राणी मुखर्जी जैसे अनुभवी अभिनेताओं ने अभिनय किया था. 1967 में रिलीज हुई ‘नौनिहाल’ से लेकर अब तक एक्टर ने अपना नाम जूनियर महमूद ही रखा. 1971 में आई ‘हाथी मेरे साथी’ में जूनियर महमूद ने ‘छोटे’ का किरदार निभाया. राजेश खन्ना की इस सुपरहिट फिल्म से वह सबकी नजरों में छा गए.

जूनियर महमूद ने जीतेंद्र और सचिन के साथ कई फिल्मों में काम किया था. सचिन और जूनियर महमूद ने ‘बचपन’, ‘गीत गाता चल’ और ‘ब्रह्मचारी’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया. 1971 में आई ‘हाथी मेरे साथी’ में जूनियर महमूद ने ‘छोटे’ का किरदार निभाया. राजेश खन्ना की इस सुपरहिट फिल्म से वह सबकी नजरों में छा गए. 2012 में वह टीवी सीरियरल ‘प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा’ में भी नजर आए थे.

250 से अधिक फिल्मों में अभिनय करने के अलावा, जूनियर महमूद ने कई मराठी फिल्मों का भी निर्माण किया. वे एक एक्टर होने के साथ ही सिंगर भी थे. फिल्मों के अलावा वह भारत और विदेशों में कई स्टेज शो का हिस्सा रहे थे. 2012 में वह टीवी सीरियरल ‘प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा’ में भी नजर आए थे.