STET के रिजल्ट के लिए ट्विटर वार, अभ्यर्थी कर रहे आंदोलन
पटना (TBN रिपोर्ट) | वैश्विक महामारी (Pandemic) के कारण पूरे विश्व के साथ साथ देश अभी लॉकडाउन से गुजर रहा है. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण सोशल मीडिया काफी ऐक्टिव है. सोशल मीडिया (social media) के माध्यम से ही लोग आंदोलन भी कर रहे हैं.
ऐसा ही कुछ बिहार में हो रहा है जहां बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग और आंदोलन भी इन दिनों अभ्यर्थी सोशल साइट्स के माध्यम से ही कर रहे हैं.
बीएड उतीर्ण छात्र संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि बिहार के सरकारी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की रिक्त कुल 36 हजार से अधिक पदों के विरुद्ध शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का आयोजन 28 जनवरी को हुई थी. लेकिन इसका रिजल्ट अभी तक लंबित है.
इसी बीच लॉकडाउन में शिक्षा विभाग ने राज्य के 3305 पंचायतों में मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित कर 9वीं की पढ़ाई शुरू करने हेतु 33 हजार से अधिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर रिटायर्ड शिक्षकों की सेवा लेने का मन बनाया है. इसे मंत्रालय ने अपनी स्वीकृति भी दे दी है.
बिहार सरकार के इसी निर्णय के खिलाफ ट्विटर पर जबरदस्त विरोध चल रहा है. शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का रिजल्ट तुरंत निकालने और शिक्षकों के 70 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बहाली की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने ट्विटर पर अपना विरोध जताया है.
बीएड कर चुके छात्रों का कहना है कि उन्होंने भी शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) की परीक्षा दी थी, लेकिन उनका रिजल्ट लंबित रख सरकार द्वारा स्कूलों में रिटायर्ड शिक्षकों की बहाली करना सरासर गलत है. हजारो छात्रों ने एसटीईटी का रिजल्ट जारी कर शिक्षकों के रिक्ति पदों पर बहाली करने की मांग की है.
गौरतलब है कि ट्विटर पर एसटीईटी (STET) 2019 के रिजल्ट का मुद्दा पूरे भारत में टॉप 20 ट्रेन्डिंग मुद्दों में रहा है.