शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी अगले दो – तीन दिनों में : शिक्षा मंत्री
पटना (The Bihar Now डेस्क)| राज्य में शिक्षकों की ट्रांसफर पॉलिसी (teacher transfer policy) लागू करने की कवायत चल रही है. पिछले 85 दिनों से शिक्षक तबादला और पदस्थापना नीति का इंतजार कर रहे हैं. अब इस मामले में बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने एक महत्वपूर्ण जानकारी दी है.
उन्होंने कहा कि हम 30 सितंबर से पहले शिक्षकों के ट्रांसफर और पोस्टिंग की नीति को मंजूरी दे देंगे. यह जानकारी मंत्री ने बुधवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी. इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी उपस्थित थे.
शिक्षा मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हम 30 सितंबर से पहले नियमावली तैयार कर लेंगे, इसके लिए कैबिनेट की आवश्यकता नहीं है. यह कार्य विभागीय स्तर पर ही किया जाएगा. कैबिनेट यह तय करती है कि कहां पोस्टिंग करनी है, लेकिन ट्रांसफर का मुद्दा विभागीय स्तर पर ही तय होता है.
उन्होंने बताया कि इस ट्रांसफर नीति में दिव्यांग शिक्षकों, गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिक्षकों, महिला शिक्षकों और शिक्षक दंपतियों के आवेदनों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी.
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शिक्षा मंत्री ने टीआरई-3 के रिजल्ट के बारे में बताया कि बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं के रिजल्ट को लेकर हमने उनसे अनुरोध किया है कि वे इसे जल्द से जल्द जारी करें. आरक्षण नीति के कारण इसमें देरी हुई है. जो आरक्षण का दायरा बढ़ा था, वह हाईकोर्ट के आदेश से हट गया है. राज्य सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट गई है. इसी वजह से रिजल्ट पुरानी आरक्षण नीति के अनुसार ही जारी किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की फिर से वापसी होगी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 19 सालों में विकास के नए मानक स्थापित किए हैं.
जब मंत्री सुनील कुमार से प्रशांत किशोर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को पार्टी बनाने और राजनीति करने का अधिकार है. अंतिम फैसला हमेशा जनता के हाथों में होता है.