नीतीश अलर्ट, बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण के बाद किया समीक्षा बैठक

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के चार जिलों का, जहां बाढ़ से लोग प्रभावित हैं, का हवाई सर्वेक्षण किया. वे राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर काफी अलर्ट दिख रहे हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को बेगूसराय, भागलपुर, खगड़िया, मधेपुरा, नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. इससे पहले, दिल्ली से आंखों का ऑपरेशन कराकर लौटने के बाद नीतीश ने दरभंगा, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण समेत अन्य बाढ़ प्रभावित जिलों का भी हवाई सर्वेक्षण किया था.
गुरुवार को उन्होंने बाढ़ग्रस्त बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर, नावकोठी, खगड़िया जिले के खगड़िया, गोगरी, मधेपुरा जिले के आलमनगर, भागलपुर जिले के खरीक, रंगरा, पीरपैंती, गोपालपुर, सबौर, नालंदा जिले के रहुई, गिरियक, बिहारषरीफ, नवादा जिले के कौवाकोल, गोविंदपुर, नवादा तथा पटना जिले के सम्पतचक एवं दनियावां प्रखण्ड का हवाई सर्वेक्षण किया.
हवाई सर्वेक्षण के बाद समीक्षा बैठक
हवाई सर्वेक्षण के बाद नीतीश ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ (Sankalp) में आपदा प्रबंधन विमाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ समीक्षा बैठक की. समीक्षा के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के जिलाधिकारी भी जुड़े हुए थे.

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जून माह में ज्यादा वर्षा हुयी है, लेकिन जुलाई माह में अब तक ज्यादा वर्षा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जून महीने में हुए वर्षा के कारण कुछ जिलों में बाढ़ की भी स्थिति बनी थी.
सभी जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए नीतीश ने कहा कि सभी अपने-अपने जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति जानें. इसके आधार पर जहां भी जरुरत हो वहां तुरंत मदद उपलब्ध करायें. उन्होंने कहा कि सभी चीजों का सही से आकलन होने पर आपदा पीड़ितों को सहायता पहुंचाने में असानी होती है.
किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान
उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है. इसका ठीक से आकलन करें ताकि उन्हें ससमय सहायता पहुंचाई जा सके. जिलों में वर्षापात की स्थिति के साथ-साथ बाढ़ की संभावित स्थिति के अन्य कारकों पर भी पूरी नजर बनाये रखें और पूरी तरह से सतर्क रहें. साथ ही उन्होंने आगे की परिस्थिति के लिये भी पूरी तैयारी रखने को कहा.
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उन्होंने कहा कि भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर को बाढ़ से सुरक्षा के लिये जरूरी उपाय करें. झारखण्ड एवं नेपाल में अधिक वर्षापात की स्थिति पर राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनती है. सभी संबंधित जिलों के जिलाधिकारी इसे लेकर भी सतर्क रहें. पटना के टाल इलाके का निरीक्षण कर विशेष नजर बनाये रखें.
राहत कैम्पों में हो कोरोना जांच और टीकाकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के रिलिफ के लिए हम सबको काम कर उन्हें हर प्रकार से मदद करनी है. उन्होंने निर्देश दिया कि राहत कैंपों में कोरोना जांच और टीकाकरण कार्य अवश्य कराएं. जो कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं उनके रहने एवं देखभाल की अलग से व्यवस्था कराएं.
हवाई सर्वेक्षण के बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी तरह की स्थिति से निपटा जा सके.
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बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी तथा बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मधेपुरा, नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे.