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अपनी करोड़ों की जमीन किया हाथियों ने नाम

पटना (TBN डेस्क) | जिले के जानीपुर से एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है. यहां के एक शख्स अख्तर इमाम ने जानीपुर से बोधगया तक की अपनी 10 बीघा जमीन 15 साल की हथनी, जिसका नाम ‘रानी’ है और 20 साल के हाथी, जिसका नाम ‘मोती’ है, के नाम लिख दी है. उसकी यह जमीन करोड़ों की है.

अख्तर इमाम ने हाथी-हथिनी को अपनी जमीन लिख देने का यह काम 1000 रु के स्टांप पेपर पर हाथियों के संरक्षण व संवर्धन के लिए काम करने वाले वन्य प्राणी के ट्रस्ट ‘एरावत’ को जमीन लिख दी है.

जब अख्तर से यह पूछा गया कि उसने जीते जी ऐसा क्यों किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें हाथी के तस्करों, हाथी के दांत व हड्डियों के तस्करों से लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है. हाथियों का इलाज कराने के दौरान उनपर कई जिलों में जानलेवा हमला हो चुका है. इसी कारण उन्होंने अपनी जमीन दोनों हाथी के नाम लिख दी.

उन्होंने कहा कि अगर मैं जिंदा नहीं रह सका, तो इस बेजुबान जानवरों के खाने की व्यवस्था कैसे हो पाएगी? इसी कारण अपनी जमीन ट्रस्ट को अपने इन दोनों प्राणियों के लिए लिख दी ताकि ट्रस्ट जमीन पर चारा और हाथियों की जरूरत की चीज उपजाएगा.

बताते चले कि जनीपुर के अख्तर इमाम हाथियों को संरक्षण देते हैं. वे महावत को ट्रेनिंग देते हैं कि हाथी को बिना कोई तकलीफ पहुंचाए कैसे नियंत्रण में रखा जाता है, किस तरह बीमार पड़ने पर उसका इलाज किया जाता है.

इतना ही नहीं, वे अन्य राज्यों में भी जाकर हाथियों को संरक्षण देते हैं और ‘मोती’ व ‘रानी’ को अपने बच्चों से कम नहीं मानते. अख्तर ने कहा कि मैंने बेटे को पढ़ाया-लिखाया पर वह गलत लोगों के साथ रहकर अपराध की दुनिया में चला गया. इस कारण वह मेरा बेटा नहीं है.