खादी का मास्क और गमछा बनाने का आदेश जारी

पटना (TBN डेस्क) :- बिहार में खादी का कपड़ा बनाने वाले तमाम संस्थान बंद होने से सैकड़ों कारीगर बेरोजगार हो गए थे. लेकिन अब बिहार सरकार की ओर से उनके लिए एक खुशखबरी आयी है.
बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने राज्य में बंद पडे खादी की सभी इकाईयों को चालू करने का निर्देश दिया है. कोरोना से अपना बचाव के लिए वहां खादी का मास्क और गमछा तैयार किया जायेगा.
बिहार में कपडा बुनने वाले तमाम हस्तकरघा में भी गमछा और मास्क बनाने का निर्देश दिया गया है. इन्हें सस्ते दाम पर बाजार में बेचा जायेगा.
लॉकडाउन की वजह से बिहार में छोटे और मध्यम श्रेणी के 22 हजार उद्योग पूरी तरह से बंद हो गए हैं इसको देखते हुए उद्योग मंत्री ने सभी उद्योगों को निर्देश देते हुए कहा है कि, “वे अपनी इकाई को चालू करने के लिए राज्य सरकार के पास आवेदन दें. सरकार उस पर विचार करके उचित फैसला लेगी.
इसके साथ ही मंत्री ने उद्योगों को निर्देश देते हुए कहा है कि, “वे अपने मजदूरों को समय पर वेतन का भुगतान करें”.
बता दें खादी उद्योगों के बंद होने से सैकड़ों हुनरमंद कामगार हाथ बेरोजगार हो गए हैं. इसके साथ ही चरखा पर सूत कातने एवं सूती कपड़ा बनाने का हुनर भी विलुप्ति के कगार पहुंच चुका है.
सरकार के खादी ग्रामोद्योग योजना के तहत इस खादी भंडार से ग्रामीण स्तर पर सैकड़ों लोगों को चरखा योजना से जोड़ कर रोजगार उपलब्ध कराया गया था जिसमें बड़ी संख्या महिलाओं की थी. जो घर पर ही चरखा के माध्यम से सूत कात कर आमदनी करती थी. लेकिन धीरे-धीरे विभागीय उदासीनता की वजह से उत्पादित कपड़ों का निर्यात ठप हो गया और चरखा उद्योग की स्थिति चरमरा गई. अब हालत यह है कि सभी चरखा एक कोने में पड़ा धूल फांक रही है. जिसे देखने वाला कोई नहीं है.