Educationकाम की खबरफीचर

भुखमरी के कगार पर है नवचयनित शिक्षक – मार्कण्डेय पाठक

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट ने कहा है कि राज्य में नवचयनित शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं. संघ ने बिहार सरकार से मांग की है कि जिन शिक्षक अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है उनके प्रमाण पत्रों की जल्द से जल्द जांच करके उनका पदस्थापन करवाया जाए.

छठे चरण के बिहार प्रारम्भिक शिक्षक नियोजन में चयनित अभ्यर्थियों के पक्ष में आवाज बुलंद किया है. संघ ने बिहार सरकार से मांग की है कि जो शिक्षक के लिए चयनित हो गए है एवं उनका परिवार अब इसी सेवा पर आधारित है उन्हें जीवन यापन के लिए बेरोजगारी भत्ता दिया जाए.

संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक एवं प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय ने बताया कि पूरे राज्य में हजारो की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों का कॉउंसलिंग विभिन्न विषयों में हुआ है. विद्यालयों में शिक्षण कार्य आरंभ होने के उपरांत इनकी सेवा की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि एक लंबी संघर्ष के बाद इन शिक्षक अभ्यर्थियों का कॉउंसलिंग किया गया है. इसमें से बहुत सारे अभ्यार्थी ऐसे भी है जो कि 2012 से ही अपनी बारी की प्रतिक्षा कर रहे है.

Also Read | प्रधानाध्यापक बहाली नियमावली के विरोध में 05 सितंबर को राज्यव्यापी शिक्षक सत्याग्रह

उन्होंने कहा कि अब इन अभ्यर्थियों के जीवन यापन के समक्ष व्यापक संकट उत्पन्न हो गई एवं वे भुखमरी के कगार पर खड़े है. इसलिए सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द प्रमाण पत्रों की जांच करवा कर इनका पदस्थापन करे. या फिर एक निश्चित तिथि तय करे कि उस तिथि तक प्रमाण पत्रों की जांच पूरी हो जाएगी या फिर उस तिथि को इन्हें नियुक्ति पत्र मिल जाएगा.

संघ ने कहा कि ये अभ्यर्थी पिछले लंबे समय से अपने नियोजन का इंतजार कर रहे थे. काफी लंबे संघर्ष के बाद इनका कॉउंसलिंग किया गया है. इसलिए संघ ने सरकार से इनकी भावनाओ का ध्यान रखने की मांग करते हुए इन्हें पूरे सम्मान के साथ इनका अधिकार देने का आग्रह किया है.