बिजली दर में घटोत्तरी, मीटर रेंट भी खत्म, 2020-21 के लिए बिजली दरों का ऐलान
पटना (TBN रिपोर्ट) | 2020 के चुनावी साल में बिहार सरकार ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को तोहफा दिया है. बिहार में नए बिजली टैरिफ को लेकर बिहार राज्य विद्युत नियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission / BERC) की बैठक हुई जिसमें आयोग के अध्यक्ष एसके नेगी, सदस्य राजीव अमित और आरके चौधरी शामिल हुए. सबों ने संयुक्त रूप से वर्ष 2020-21 के लिए बिहार में बिजली दर में 10 पैसे प्रति यूनिट कम करने का फैसला किया. बिजली दर कम करने के साथ ही उपभोक्ताओं से अब मीटर रेंट भी नहीं लिया जाएगा. लेकिन फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अभी तक प्रीपेड वालों के लिए मीटर रेंट 50 रुपए और पोस्टपेड वालों के लिए 20 रुपए था जिसे अगले वित्तीय वर्ष में खत्म कर दिया गया है.
बताते चलें, राज्य में बिजली की दरों पर आखिरी फैसला विद्युत नियामक आयोग ही करता है. दरअसल बिजली कंपनी आयोग के पास दरों में फेरबदल का प्रस्ताव भेजती है जिसपर आयोग सुनवाई करने के बाद आखिरी फैसला सुनाती है. इसी के तहत बिहार विद्युत नियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission / BERC) ने आने वाले वित्तीय साल यानि 2020-2021 के लिए बिजली दरों का ऐलान कर दिया. आयोग ने बिजली कम्पनियों द्वारा बिजली की दर में इजाफे के प्रस्ताव को खारिज करते हुए उसे कम करने का फैसला सुनाया. इस फैसले के अंतर्गत खुदरा विद्युत विक्रय दर, सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को एक समान रूप से 10 पैसा प्रति किलोवॉट घटाया जाएगा. साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ((SBPDCL) और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (NBPDCL) ने फिक्स चार्ज में 22.5 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया था जिसे आयोग ने खारिज खारिज कर दिया.