कोरोना कर्फ्यू के बावजूद श्रद्धा के साथ मना ‘गंगा दशहरा’
हरिद्वार (TBN – The Bihar Now डेस्क)| आज गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) है. इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु सनातन धर्म हिंदुओं के सबसे बड़े पीर प्रयागराज पहुंचे. यहां पवित्र गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर पवित्र जल में डुबकी लगाई. साथ ही कोरोना कर्फ्यू के बावजूद हरिद्वार के हर की पौड़ी (Har Ki Pauri) स्थित ब्रह्मकुंङ (Bramhkund) में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई.
माँ गंगा के अवतरण दिवस को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है. माना जाता है कि गंगा दशहरा के दिन ही माँ गंगा धरती पर आई थी. इस मौके पर श्रद्धालु की भीड़ हरिद्वार जाकर गंगा स्नान करती है.
भारतीय शस्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि भागीरथ अपने पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति के लिए मां गंगा को आज के ही दिन पृथ्वी पर लाए थे और भागीरथ के पुरखों का उद्धार किया था. इसी कारण, इस विशेष अवसर पर लोग अपने पूर्वजों को मोक्ष दिलाने और अपने परिवार की मंगल कामना के लिए गंगा, विशेषकर संगम में स्नान कर पूजा पाठ दान करते हैं.
गंगा दशहरा के दिन हर की पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंङ में स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है. यही वजह होती है कि देश के विभिन्न राज्यो से श्रद्धालु गंगा दशहरा के दिन हरिद्वार स्नान करने लाखो की संख्या में पहुचते हैं.
मगर इस साल गंगा दशहरा के अवसर पर बाहरी राज्यों के श्रद्धालु हरिद्वार पहुंच माँ गंगा में आस्था की डुबकी लगाने से वंचित रह गए. दरसल कोरोना संक्रमण के चलते हरिद्वार पुलिस और प्रशासन ने गंगा दशहरा पर्व को सांकेतिक रूप में मनाने का निर्णय लिया. वही पुलिस प्रशासन ने हर की पौड़ी क्षेत्र को चारों ओर से सील कर दिया था.
गंगा दशहरा के अवसर पर अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के प्रतिबंध के बावजूद बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार आने के लिए नारसन बॉर्डर पहुंचे. बॉर्डर पर पुलिस ने श्रद्धालुओं से उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट चेक कर रही थी. उसके बाद ही उन्हें प्रदेश में प्रवेश करने दिया. श्रद्धालुओं से भरे हजारों वाहनों को टेस्ट रिपोर्ट नहीं होने के कारण लौटा दिया गया.
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इसके बावजूद भी कुछ श्रद्धालु हर की पौड़ी पर पहुंचकर गंगा स्नान कर रहे हैं. यहां रविवार देर रात में से ही बारिश जारी है. मगर श्रद्धालुओं के आगे प्रशासन की नहीं चल पाई. कोविड कर्फ्यू होने के बाद भी श्रद्धालुओं ने हरकी पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर गंगा में डुबकी लगाई.
इसके अलावा अन्य घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई. वहीं पुलिस द्वारा भी हरकी पौड़ी क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. पूरे हर की पौड़ी क्षेत्र को सील किया गया था. अनाउन्समेन्ट के जरिये भी श्रद्धालुओं को सूचित किया गया. स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को डिस्टेंसिंग से स्नान करने के लिए कहा जा रहा था.