बड़ा झटका: राज्य में बिजली 24% हुई महंगी, 1 अप्रैल से होगा लागू
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य में एक बार फिर से बिजली महंगी कर दी गयी है. इसे लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है जो एक अप्रैल से लागू होगी. बिहार विद्युत नियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission) ने यह फैसला जन-सुनवाई के बाद किया है. इस बार फिक्सड चार्ज को भी दोगुना कर दिया है.
बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका दिया है. आयोग ने सभी श्रेणियों की बिजली दर में एकमुश्त 24.01 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. इसके साथ ही उपभोक्ताओं को देय फिक्स्ड चार्ज भी लगभग दोगुना कर दिया है.
घरेलू या गैर घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए पहले से निर्धारित तीन स्लैब की जगह अब मात्र दो स्लैब होंगे. बिहार विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा ने बिजली आपूर्ति कंपनियों द्वारा बिजली दर में 53.62% वृद्धि के दिये गये प्रस्ताव पर करायी गयी जन-सुनवाई के बाद गुरुवार को बाद इसकी घोषणा की.
इस मौके पर आयोग के सदस्य एससी चौरसिया भी मौजूद रहे. नयी दर एक अप्रैल, 2023 के प्रभाव से लागू होगी. हालांकि राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की घोषणा के बाद टैरिफ में बदलाव हो सकता है.
शहरी उपभोक्ता की जेब पर कितना बोझ
यदि आप 100 यूनिट तक बिजली का उपयोग करते हैं, तो आपको 1.47 रुपये प्रति यूनिट ज्यादा देने होंगे. इसमें फिक्स्ड चार्ज को जोड़ दिया जाये तो आपको करीब 190-200 रुपये तक हर माह बिजली के बिल ज्यादा चुकाने होंगे.
वहीं, अगर आप 200 यूनिट तक बिजली का उपयोग करते हैं, तो आपको 2.15 रुपए प्रति यूनिट यानी 430 रुपये ज्यादा देने होंगे. फिक्स्ड चार्ज जोड़ कर आपको 500-510 रुपये हर माह ज्यादा चुकाने होंगे.
बता दें, छह साल बाद बिजली दर में इस बार भारी बढ़ोत्तरी की गई है. इससे पहले 2017-18 में 55% की बढ़ोतरी की गयी थी. उस वक्त 30% सरकारी सब्सिडी मिलने से उपभोक्ता पर सिर्फ 25% बढ़ोतरी का बोझ पड़ा था. उसके बाद 2018-19 में 5% की वृद्धि, 2020-21 में 10 पैसे प्रति यूनिट की कमी और 2021-22 में 0.06 पैसे की बढ़ोत्तरी कि गई थी.