मुख्यमंत्री ने सिमरिया धाम में 115 करोड़ रूपये की विभिन्न योजनाओं का किया लोकार्पण
पटना / बेगूसराय (TBN – The Bihar Now डेस्क)| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने शनिवार 24 फरवरी को बेगूसराय जिले (Begusarai district) के सिमरिया धाम (Simaria Dham) स्थल में 115 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न योजनाओं का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया. लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने सिमरिया घाट का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया.
बता दें, गंगा नदी के किनारे अवस्थित सिमरिया धाम के निकट सीढ़ी घाट, धर्मशाला, पार्क का निर्माण, स्नान घाट एवं चेंजिंग रूम, धार्मिक अनुष्ठान हेतु मंडप निर्माण एवं गंगा आरती हेतु निर्धारित स्थल, घाट के समानांतर स्नान हेतु सुरक्षा व्यवस्था एवं बैरीकेडिंग, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंड स्केपिंग सहित अन्य सौंदर्गीकरण कार्य किया गया है.
इस अवसर पर बड़ी संख्या में सिमरिया धाम स्थल पर लोग उपस्थित थे और कराए गए घाटों के सौंदर्गीकरण को लेकर काफी उत्साहित थे. वहां उपस्थित लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. इस कार्यक्रम में शंखनाद कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया.
सिमरिया घाट का ऐतिहासिक महत्व
बेगूसराय जिले के बरौनी प्रखण्ड (Barauni Block) अंतर्गत उत्तरवाहिनी गंगा नदी (north channel Ganga river) के बाँये तट पर अवस्थित सिमरिया घाट प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से प्रसिद्ध रहा है. सिमरिया स्थल को वैदिक काल से ही कुंभ स्थली (Kumbh place) एवं कल्पवास (Kalpavas) के लिए महत्त्वपूर्ण स्थान होने का गौरव प्राप्त है, जहाँ कार्तिक (नवम्बर) माह में प्रतिवर्ष कल्पवास मेला (Kalpavas Mela) लगता है.
यहां आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए राज्य सरकार ने 2012 में ‘कल्पवास मेले’ को राजकीय मेले के रूप में घोषित कर दिया. सिमरिया घाट में वर्ष 2011 में अर्द्धकुंभ एवं वर्ष 2017 में महाकुंभ के आयोजन के समय से ही इस स्थल के विकास की आवश्यकता महसूस होने लगी थी.
16 फरवरी, 2023 को समाधान यात्रा के दौरान बेगूसराय जिले की समीक्षात्मक बैठक में मुख्यमंत्री ने सिमरिया धाम को विकसित करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री द्वारा 30 मई 2023 को इस योजना का शिलान्यास किया गया था जिसका शनिवार 24 फरवरी को लोकार्पण किया गया.
इन कार्यों के पूर्ण होने से सिमरिया घाट को गंगा नदी के कटाव से पूर्ण रूपेण सुरक्षित किया जा सकेगा. इस स्थल के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे एवं क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास संभव होगा.