Bihar Board 12th 2025 Result: लड़कियां बनाम लड़कों का प्रदर्शन
पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार बोर्ड 12वीं कक्षा (Bihar Board) के नतीजों में इस साल 2025 में लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन किया है और सभी स्ट्रीम्स में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है. बोर्ड के परिणामों से साफ पता चलता है कि लड़कियों ने न सिर्फ अच्छे अंक हासिल किए, बल्कि टॉप पोजीशन पर भी कब्जा जमाया है. आइए, उनके प्रदर्शन को थोड़ा विस्तार से समझते हैं.
विज्ञान स्ट्रीम में प्रिया जायसवाल (Priya Jaiswal) ने कमाल कर दिखाया. उन्होंने 500 में से 484 अंक हासिल किए, जो 96.8 प्रतिशत बनता है. इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने पूरे बिहार में पहला स्थान प्राप्त किया. यह नतीजा दर्शाता है कि लड़कियों ने विज्ञान जैसे कठिन विषय में भी अपनी मेहनत और लगन से बेहतरीन नतीजे हासिल किए हैं.
कला स्ट्रीम की बात करें तो अंकिता कुमारी (Ankita Kumari) ने बाजी मारी. उन्होंने 473 अंक हासिल किए, जो प्रतिशत में 94.6 है, और इसके साथ वे इस स्ट्रीम की टॉपर बनीं. अंकिता का यह प्रदर्शन कला विषयों में लड़कियों की रुचि और उनकी सफलता को दर्शाता है. उनके इस स्कोर ने यह भी साबित किया कि कला स्ट्रीम को हल्के में लेना गलत है, क्योंकि इसमें भी कड़ी मेहनत और समझ की जरूरत होती है.
वाणिज्य स्ट्रीम में रौशनी कुमारी (Roshni Kumari) ने अपनी चमक बिखेरी. उन्होंने 475 अंक (95 प्रतिशत) हासिल करके इस स्ट्रीम में पहला स्थान प्राप्त किया. उनका यह नतीजा वाणिज्य जैसे क्षेत्र में लड़कियों की बढ़ती दिलचस्पी और उनकी क्षमता को दिखाता है, जो भविष्य में व्यापार और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में उनके योगदान की ओर इशारा करता है.
कुल मिलाकर, इस साल लड़कियों ने हर स्ट्रीम में अपनी मेहनत और प्रतिभा से यह साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं. बिहार बोर्ड के नतीजों में उनका यह प्रदर्शन न सिर्फ उनके लिए गर्व की बात है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है. लड़कियों के इस शानदार प्रदर्शन ने समाज में यह संदेश भी दिया है कि शिक्षा और मेहनत के दम पर वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं.
लड़कों का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा
बिहार बोर्ड 12वीं कक्षा के 2025 के नतीजों में लड़कों का प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा है, हालाँकि इस साल लड़कियों ने टॉप पोजीशन हासिल करके अपनी श्रेष्ठता दिखाई. फिर भी, लड़कों ने अपनी मेहनत और लगन से परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया और कई क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी. आइए, लड़कों के प्रदर्शन को थोड़ा विस्तार से देखें.
इस साल कुल 12,92,313 छात्र-छात्राओं ने बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा दी, जिसमें से 6,50,466 लड़के थे. यानी परीक्षा देने वालों में लड़कों की संख्या लड़कियों (6,41,847) से थोड़ी ज्यादा थी. सभी स्ट्रीम्स – विज्ञान, कला और वाणिज्य – में लड़कों ने हिस्सा लिया और अच्छे नतीजे हासिल किए. कुल पास प्रतिशत 86.56 रहा, जिसमें लड़के और लड़कियों दोनों शामिल हैं.
कला स्ट्रीम में शाकिब शाह नाम के एक लड़के ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 473 अंक (94.6 प्रतिशत) हासिल करके अंकिता कुमारी के साथ संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया. यह दिखाता है कि लड़कों ने भी कला जैसे विषय में अपनी प्रतिभा को साबित किया और टॉप रैंक में जगह बनाई. हालांकि, कला स्ट्रीम में पास प्रतिशत 82.7 रहा, जो अन्य स्ट्रीम्स से थोड़ा कम था, लेकिन फिर भी लड़कों ने इसमें अच्छा योगदान दिया.
विज्ञान स्ट्रीम में पास प्रतिशत 89.66 रहा, और यहाँ बड़ी संख्या में लड़कों ने परीक्षा दी. हालाँकि टॉपर की पोजीशन प्रिया जायसवाल (लड़की) ने हासिल की, जिन्होंने 484 अंक (96.8 प्रतिशत) प्राप्त किए, लेकिन लड़कों ने भी इस स्ट्रीम में मजबूत प्रदर्शन किया. पिछले सालों के रुझान को देखें तो विज्ञान स्ट्रीम में लड़कों की भागीदारी और सफलता हमेशा से उल्लेखनीय रही है.
वाणिज्य स्ट्रीम में पास प्रतिशत सबसे ज्यादा 94.77 रहा. यहाँ टॉपर रौशनी कुमारी (लड़की) ने 475 अंक (95 प्रतिशत) हासिल किए. लेकिन लड़कों ने भी इस स्ट्रीम में अच्छे अंक लाकर अपनी क्षमता दिखाई. वाणिज्य में सफलता का यह ऊँचा प्रतिशत बताता है कि लड़के भी इस क्षेत्र में रुचि और मेहनत के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
पिछले साल (2024) की बात करें तो लड़कों का पास प्रतिशत 85.69 था, जबकि लड़कियों का 88.84 प्रतिशत रहा. इस साल भी ऐसा ही रुझान देखने को मिला, जहाँ लड़कियों ने लड़कों से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया. लेकिन कुल मिलाकर लड़कों ने भी अपनी मेहनत से अच्छे अंक हासिल किए और बोर्ड परीक्षा में अपनी मौजूदगी दर्ज की. यह प्रदर्शन दिखाता है कि लड़के भी पढ़ाई में पीछे नहीं हैं और सही दिशा में प्रयास कर रहे हैं.
लड़कों का यह प्रदर्शन न सिर्फ उनकी मेहनत को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि बिहार बोर्ड की परीक्षा में प्रतिस्पर्धा कितनी कड़ी है. आने वाले सालों में लड़के और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित हो सकते हैं, खासकर जब वे देखते हैं कि टॉप रैंक में जगह बनाना उनके लिए भी संभव है.