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BIA ने की पटना नगर निगम से नागरिकों की मूलभूत सुविधाएं व सुरक्षा की अपील

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| गुरुवार 2 फरवरी को बिहार इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (Bihar Industries Association) ने राजधानी पटना नगर निगम के नव-निर्वाचित महापौर, उप-महापौर तथा कुछ वार्ड पार्षदों को सम्मानित किया. इस अवसर पर बीआईए (BIA) के परिसर में एक सम्मान-सह-परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस बात की जानकारी एसोसिएशन के सचिव अनिल कुमार सिन्हा ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी.

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया. अपने स्वागत भाषण में उन्होंने कहा कि पटना की जनता ने इस बार अनुभवी एवं ऊर्जावान महापौर, उप-महापौर तथा वार्ड पार्षदों को जिताया है. इन सबों के सहयोग व नेतृत्व से पटना शहर को एक आदर्श एवं विकसित शहर के रूप में विकसित किया जा सकेगा.

उन्होंने इस अवसर पर कहा कि शहर में विकास एवं निर्माण से संबंधित जिस भी प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है उसे निर्धारित समय पर पूरा किए जाने की आवश्यकता है. साथ ही, रोशनी, नाला की सफाई, जल-जमाव, सड़कों पर अनावश्यक अतिक्रमण जैसी अनेक समस्याओं के निदान के लिए ठोस प्रयास की किए जाने की आवश्यकता पर भी बल देना होगा.

पटना नगर निगम के नव-निर्वाचित महापौर व उप-महापौर सहित वार्ड पार्षदों के सामने बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया. इसे एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष मनीष कुमार ने रखा. मनीष कुमार ने इस ज्ञापन के माध्यम से पटना नगर निगम से अपील की गई कि

भविष्य में निगम के द्वारा किए जाने वाले कार्यों एवं दायित्वों निवर्हन को देखते हुए यह आवश्यक है कि पटना नगर निगम का बजट और बढ़े.

पटना के सभी वार्ड में स्कूल, अस्पताल, पार्क, सामुदायिक भवन जैसी मूलभूत सुविधा नागरिकों को उपलब्ध कराई जाए.

सभी वार्ड में खेल-कूद के लिए मैदान की सुविधा उपलब्ध हो ताकि बच्चों में समाजिकता का सीख मिलने के साथ-साथ उनके शारिरिक एवं मानसिक विकास हो सके.

सभी वार्ड में उस वार्ड के प्रबुद्ध नागरिक जो अलग-अलग क्षेत्र से सम्बद्ध हो को मिलाकर एक वर्किंग कमिटी (working committee) बनायी जाए जिसका महीना में कम से कम एकबार बैठक हो. इस बैठक सम्बन्धित वार्ड के वार्ड पार्षद उपस्थित हों जिससे कि उन्हें अपने वार्ड के समस्याओं एवं सुझावों को जान सकें.

शहर की गलियो की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. लेकिन यदि गौर से देखा जाए तो शहर के मूल निवासी आज उसी उन्हीं गलियों में रह रहे हैं जो शहर के सभ्यता को बचाकर आगे भेज रहे हैं. अतः आवश्यक है कि गलियों की स्थिति सुधारी जाए उनकी सड़के, नालियां एवं रोशनी की समुचित सुविधा उपलब्ध करायी जाए.

पटना शहर एक प्राचीन शहर रहा है जिसमें अनेकों पुरानी विरासत हैं. हमें उन विरासतों को सहेजना है. उनके रख-रखाव के ध्यान देने के साथ-साथ उन विरासतों से आमजन को परिचित कराते हुए उनके महत्व को बताने की आवश्यकता है जिससे कि वे संरक्षित रहे. वे विरासते हमारे राज्य के पर्यटन को बढ़ाने में काफी मददगार हो सकते हैं.

प्रायः ऐसा देखा जाता है कि नालों की बड़ी सफाई बरसात के नजदीक किया जाता है. हमारा सुझाव है कि प्रत्येक माह नालों की सफाई हो जिससे कि बरसात में दिक्कत न हो.

कुड़ा उठाने के दिशा में काफी प्रगति हुई है. प्रत्येक वार्ड में कुड़ा कार्य हो रहा है. इस कुड़ा से जैविक खाद उत्पादन तथा अन्य कई तरह के उपयोग में ला सकते हैं.

Medical waste तथा electronic waste के collection तथा disposal का कोई अलग से व्यवस्था नहीं है जिससे हम सभी कचरों को एक साथ इक्ठा करते हैं जो सही नहीं है.

शहर के अन्दर public transport की सुविधा बढ़ायी जाए क्योंकि जनसंख्या के हिसाब से काफी कम है.

ऑटो-रिक्शा, ई-रिक्शा के लिए प्रत्येक वार्ड एवं प्रमुख जगहों पर पड़ाव स्थल निश्चित होना चाहिए.

प्रमुख जगहों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थान जैसे स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, रेलवे स्टेशन के पास सड़क पार करने के लिए ओवरब्रिज और उस पर जाने के लिए सीढ़ीयों के साथ escalator की सुविधा उपलब्ध करायी जाए.

शहर के सौदर्यीकरण के लिए भी काम करने की आवश्यकता है. हमारा सुझाव है कि प्रमुख सड़कों तथा स्थलों पास show plant एवं flower plant लगायी जाए.

शहर का लगभग हरेक सड़क गंभीर रूप से अतिक्रमण का शिकार है. बहुत सी सड़कों पर अतिक्रमण इस कदर है कि वे गली के रूप में दिखती हैं. आवश्यकता है कि अतिक्रमण से मुक्त किया जाए.

शहर की जनसंख्या एवं फैलाव काफी बढ़ा है. आज निजी क्षेत्र के अन्दर एक बस टैण्ड है जो शहर के पूर्वी छोर पर चला गया है. गाँधी मैदान में सरकारी बस स्टैण्ड था उसे भी शिफ्ट किया जा रहा है,जनता को बिना विकल्प दिए हुए क्या यह उचित है घ् आवश्यकता है कि शहर के अलग-अलग भागों में public तथा private बस स्टैण्ड स्थापित किया जाए.

गंगा के सौदर्यीकरण पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है, इससे पर्यटन को बल मिलेगा.

पटना शहर में राष्ट्रीय/अन्तरर्राष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शनी/इण्डस्ट्रीयल एक्जीबिशन लगाने का कोई स्थायी जगह नहीं है. इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. शहर में जरूर से ऐसे स्थल चिन्हित होना चाहिए जहाँ राष्ट्रीय/अन्तरर्राष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शनी/इण्डस्ट्रीयल एक्जीबिशन आदि आयोजित किया जा सके.

पब्लिक पार्किग की सुविधा विकसित हो तथा लोगों को पार्किग क्षेत्र में ही अपने गाड़ियों को पार्क करने के लिए प्रेरित किया जाए.

घरों में सौर ऊर्जा लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से सरकार की प्रोत्साहन के साथ-साथ पटना नगर निगम भी अपने टैक्स में एक निश्चित अवधि जो 5 वर्षों के लिए हो सकती है के लिए, 50 प्रतिशत छूट की प्रावधान करे.

कार्यक्रम में महापौर एवं उप-महापौर के साथ पटना नगर निगम स्टैंडिग कॉउन्सिल के सदस्य एवं वार्ड पार्षद डा0 आशीष सिन्हा, इन्द्रदीप चन्द्रवंशी, बिनोद कुमार को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में दिव्यांगता के क्षेत्र में राष्ट्रपति से पुरस्कार पाने वाली कुमारी वैष्णवी को भी सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष, राम लाल खेतान, संजय गोयनका, पूर्व उपाध्यक्ष, ए.के.पी. सिन्हा, नीशिथ जयसवाल, जी. पी. सिंह, पूर्व कोषाध्यक्ष, सुजय सौरभ, बिहार महिला उद्योग संघ के अध्यक्षा श्रीमती उषा झा, मंच संचालन पूर्व कोषाध्यक्ष, मनीष कुमार तिवारी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन महासचिव, गौरव साह द्वारा किया गया.