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पटना: गर्दनीबाग में बना Bapu Tower आम लोगों के लिए खुला, सीएम ने किया लोकार्पण

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राजधानी पटना के गर्दनीबाग (Gardnibagh of Patna) में बने 120 फीट ऊंचे बापू टावर (Bapu Tower) आम लोगों ले लिए खोल दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने बुधवार 2 अक्टूबर को बापू टावर का लोकार्पण किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट (dream project) में शामिल बापू टावर की बेहतरीन बनावट और इसमें महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से जुड़े तथ्यों को आम लोग अब देख सकेंगे.

बता दें, बापू टावर की आधारशीला महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानि 2 अक्टूबर 2018 रखी गई थी. इसे पूरा करने की समय सीमा 28 नवंबर 2021 थी. लेकिन काम पूरा नहीं होने पर इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर 2022 किया गया. इसके दोबारा बढ़ाकर जून-2023 के अंत तक समाप्त करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन अंततः इसका लोकार्पण आज किया गया. बीसीडी के कार्यकारी अभियंता गौतम कुमार ने कहा कि परियोजना से जुड़ी फर्म धीमी गति से काम कर रही थी जिस कारण परियोजना में देरी हुई.

तांबे का क्लैडिंग

बापू टावर पर्यावरण प्रबंधन तथा सतत विकास के उच्च मानकों तथा वैज्ञानिक तकनीकों पर आधारित है. इसमें ग्रीन टेक्नोलॉजी (green technology) का प्रयोग किया जा रहा है. यह देश का पहला भवन है, जिसके पूरे बाहरी भाग पर तांबे का आवरण (copper cladding) लगाया गया है, जो चमक बिखेर रहा है. इतना ही नहीं रात में जब लाइटें जलती हैं तो इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है.

बापू टावर के दो मुख्य भाग हैं -आयताकार एवं शंकुकार. जी प्लस 6 आयताकार भवन में 3 गैलरी, प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, कार्यालय कक्ष, प्रतीक्षालय, म्यूजियम शॉप एवं जलपान गृह है. 102 फीट ऊंचे शंकुकार भवन में लगातार क्रम में 5 रैंप हैं.

7 एकड़ में बने इस जी+6 भवन की बाहरी संरचना पर तांबे का क्लैडिंग (आवरण) है, जो विश्व स्तरीय इमारतों जैसे ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ (Statue of Liberty) में इस्तेमाल होने वाला एक स्पेशल फीचर है.

इस भवन में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से लगाव, बापू के आदर्शों को आम जन में स्थापित करने के लिए बिहार सरकार द्वारा किये गये कार्यों आदि की उत्कृष्ट प्रदर्शनी रहेगी.

शॉपिंग सेंटर और रेस्तरां जैसी सुविधाएं

भूखंड का कुल क्षेत्रफल सात एकड़ है और कुल निर्मित क्षेत्र 10503 वर्ग मीटर है. टावर में विभिन्न गैलरी, अनुसंधान केंद्र, विशिष्ट अतिथियों के लिए लाउंज, प्रशासनिक कार्यालय आदि हैं.

इसमें बापू की जीवनी, शिक्षा, आदर्शों, मूल्यों और बिहार के प्रति उनके लगाव को बहुत अच्छे से दिखाया गया है. यह बच्चों, छात्रों, शोधकर्ताओं और गांधीजी के सिद्धांतों में रुचि रखने वालों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा.

जानकारी के अनुसार, यहां आने वाले पर्यटक बापू टावर परिसर में प्रवेश के लिए गर्दनीबाग मेन रोड पर बने गेट नंबर एक का इस्तेमाल करेंगे. यहां करीब 200-250 गाड़ियों के पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध है.

बापू टावर के गोलाकार भवन में टर्न टेबल थियेटर शो के जरिए पर्यटकों को बापू की जीवनी दिखाई जाएगी. यहां घूमते हुए पर्यटक बापू के जीवन, संघर्ष और इतिहास के बारे में जान पाएंगे.