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बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर कराएगा उपलब्ध

पटना (शिवांगनी नारायण ) | राजधानी पटना में शनिवार को कृषि मंत्री (Agriculture Minister) डॉ प्रेम कुमार ने कोरोना (Corona) के कारण किसानों के सामने उत्पन्न स्थिति विषय पर राज्य नोडल पदाधिकारी आत्मा (Agricultural Technology Management Agency)) निदेशक, बामेती (Bihar Agriculture Management & Extension Training Institute) एवं सभी जिला के परियोजना निदेशक आत्मा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) किया.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी (Corona pandemic) से राज्य में जारी लॉकडाउन के कारण जहाँ एक ओर कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन (Agriculture, Animal Husbandry and Fisheries) का कार्य प्रभावित हुआ है, वहीं दूसरी ओर रोजगार के अवसर भी कम हुए हैं. इस कारण किसानों एवं कृषि से संबद्ध अन्य स्टेक होल्डर्स (stake holders) की आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है.

मंत्री ने कहा कि आज की स्थिति में राज्य में फसल उत्पादों विशेषकर फल, फूल तथा सब्जी की बिक्री पर काफी असर पड़ा है. ऐसी स्थिति में जिलों में ‘आत्मा’ को विशेष भूमिका निभाने की आवश्यकता है.

डॉ कुमार ने कहा कि आत्मा योजना के तहत राज्य में पंचायत स्तर पर एफ॰आई॰जी॰ तथा एफ॰एस॰जी॰ जैसे समूहों को ऐक्टिवेट करने की आवश्यकता है. जिलों में उत्पादित फसल उत्पादों का भैल्यू एडीशन एवं प्रसंस्करण (Value addition and processing) कर ये स्वयं सहायता समूह (Self-help group) अच्छी कमाई तो करेंगे ही, वहीं किसानों को भी उनके फसल उत्पादों का अच्छा मूल्य मिलेगा.

बहुत सारे कार्य, जैसे टमाटर का प्यूरी निर्माण, आलू का पापड़, चिप्स एवं अन्य सामग्री, मशरूम सहित अन्य सब्जियों को डिहाइड्रेट कर उसका पैकेजिंग, हनी का पैकेजिंग आदि भी आराम से किये जा सकते हैं. इसके लिए सरकार की योजना भी है तथा अभी इसके लिए काफी अनुकूल समय भी.

मंत्री प्रेम कुमार ने इस कार्य को करने का निदेश सभी परियोजना निदेशक आत्मा को दिया. उन्होंने कहा कि परियोजना निदेशक आत्मा नियमित रूप से इन समूहों से कनेक्ट कर उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करें तथा सभी जरूरी सहयोग दें.

उन्होंने कहा कि इस काम में संबंधित जिलों के सहायक निदेशक उद्यान एवं जिला कृषि पदाधिकारी भी जरूरी सहयोग देंगे. उन्होंने कहा कि सभी बी॰टी॰एम॰/ए॰टी॰एम॰ अपने प्रतिदिन के कार्यों का प्रतिवेदन परियोजना निदेशक आत्मा को देंगे. परियोजना निदेशक आत्मा अपने जिले का समेकित प्रतिवेदन राज्य नोडल पदाधिकारी, आत्मा को एवं राज्य नोडल पदाधिकारी आत्मा द्वारा प्रगति की सूचना सचिव, कृषि के माध्यम से मंत्री, कृषि विभाग को दिया जायेगा.