प्रयागराज: माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था लागू
महाकुंभ नगर / प्रयागराज (The Bihar Now डेस्क)| माघी पूर्णिमा (Maghi Purnima), जिसे हिन्दू धर्म (Hindu religion) में अत्यंत पवित्र माना जाता है, का स्नान पर्व इस वर्ष बुधवार को मनाया जाएगा. इस महत्वपूर्ण अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम (Sangam) में अमृत स्नान (Amrit Snan) करने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक और डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है. इस योजना के तहत, महाकुंभ मेला (Maha Kumbh Mela) क्षेत्र में सोमवार रात 8 बजे से सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है.
केवल प्रशासनिक कार्यों और आपातकालीन चिकित्सकीय सेवाओं से जुड़े वाहनों को मेला क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति होगी. यह विशेष व्यवस्था 13 फरवरी की सुबह 8 बजे तक या श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने तक प्रभावी रहेगी. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मार्गों से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग क्षेत्रों का निर्धारण किया है, जिससे सुचारु यातायात व्यवस्था बनी रहे.
वाहनों के लिए निर्धारित पार्किंग स्थलों की जानकारी
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर खड़ा कर पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करना होगा. प्रशासन ने विभिन्न मार्गों से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल निर्धारित किए हैं.
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1. जौनपुर की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था
जो श्रद्धालु जौनपुर की तरफ से आ रहे हैं, उनके वाहनों को चीनी मिल पार्किंग, पूरे सूरदास पार्किंग (गारापुर रोड), समयामाई मंदिर कछार पार्किंग, बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग (उत्तरी/दक्षिणी) पार्किंग में पार्क कराया जाएगा. यहां से श्रद्धालु अपने वाहनों को पार्क करने के बाद ओल्ड जीटी मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
2. वाराणसी की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थल
वाराणसी से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग (अखाड़ा पार्किंग), सरस्वती पार्किंग (झूंसी रेलवे स्टेशन), नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग, शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में खड़ा कर सकेंगे. यहां से स्नानार्थी छतनाग मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
3. मीरजापुर की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थान
मीरजापुर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए देवरख उपरहार पार्किंग (उत्तरी/दक्षिणी), टेंट सिटी पार्किंग (मदनुआ/मवईया/देवरख), ओमेंक्स सिटी पार्किंग, गजिया पार्किंग (उत्तरी/दक्षिणी) में वाहन खड़े किए जाएंगे. वहां से श्रद्धालु अरैल बांध रोड के माध्यम से पैदल मेला क्षेत्र तक पहुंच सकेंगे.
4. रीवा, बांदा और चित्रकूट की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थल
इन क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को नवप्रयागम पार्किंग (पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार), एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग (यमुना पट्टी), महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग, मीरखपुर कछार पार्किंग में खड़ा किया जाएगा. यहां से श्रद्धालु ओल्ड रीवा मार्ग और न्यू रीवा मार्ग से होते हुए अरैल बांध के रास्ते मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
5. कानपुर और कौशांबी की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा
कानपुर और कौशांबी से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए काली एक्सटेंशन प्लॉट नंबर 17 पार्किंग, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान पार्किंग, दधिकांदो मैदान पार्किंग निर्धारित की गई है. यहां से श्रद्धालु जीटी रोड होते हुए जवाहर चौराहा और काली मार्ग के रास्ते पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
6. लखनऊ और प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थान
लखनऊ और प्रतापगढ़ से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को गंगेश्वर महादेव कछार, नागवासुकी पार्किंग, बक्शीबांध कछार, बड़ा बागड़ा, आईईआरटी (उत्तरी/दक्षिणी) पार्किंग में खड़ा किया जाएगा. यहां से श्रद्धालु नागवासुकी मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में पहुंच सकेंगे.
7. अयोध्या और प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था
अयोध्या और प्रतापगढ़ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शिव बाबा पार्किंग निर्धारित की गई है. यहां वाहन पार्क करने के बाद श्रद्धालु संगम लोअर मार्ग के रास्ते पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
शहर में शाम 5 बजे से सभी वाहनों पर प्रतिबंध
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन और सुरक्षित स्नान को ध्यान में रखते हुए सोमवार शाम 5 बजे से प्रयागराज शहर में किसी भी प्रकार के वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी जाएगी. केवल आवश्यक सेवाओं एवं आपातकालीन वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी. यह विशेष ट्रैफिक प्रतिबंध 12 फरवरी तक प्रभावी रहेगा ताकि मेले से श्रद्धालुओं की सुगम निकासी सुनिश्चित हो सके.
इस प्रतिबंध का प्रभाव कल्पवासियों के वाहनों पर भी रहेगा, यानी कल्पवास करने वाले साधु-संतों और श्रद्धालुओं को भी इस दौरान अपने वाहनों के उपयोग की अनुमति नहीं होगी.
अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन प्रतिबंधित
मुख्य स्नान पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अक्षयवट दर्शन (Akshayavat Darshan) पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी है. इस दिन श्रद्धालु अक्षयवट के दर्शन नहीं कर पाएंगे.
इसी प्रकार, बड़े हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) में केवल शिखर दर्शन की अनुमति होगी. यानी भक्तगण मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किए बिना केवल मंदिर के शिखर के दर्शन कर सकेंगे.
महत्वपूर्ण निर्देश
सभी श्रद्धालु प्रशासन द्वारा निर्धारित पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें.
वाहनों का संचालन प्रतिबंधित समय के दौरान न करें, ताकि ट्रैफिक जाम न हो.
मेले के दौरान पैदल चलने में सावधानी बरतें और पुलिस-प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
किसी भी आपातकालीन स्थिति में निकटतम पुलिस सहायता केंद्र से संपर्क करें.
माघी पूर्णिमा का पर्व श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है, और प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि यातायात सुचारु रूप से संचालित हो और सभी श्रद्धालु सुरक्षित एवं व्यवस्थित तरीके से संगम स्नान कर सकें. सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें और किसी भी असुविधा से बचने के लिए ट्रैफिक एवं पार्किंग व्यवस्था का सम्मान करें.