NMDC के ईडी सत्येन्द्र राय डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन अवॉर्ड से सम्मानित
हैदराबाद (The Bihar Now डेस्क)| भारत की अग्रणी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी को डिजिटल परिवर्तन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए “बेस्ट डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इनिशिएटिव अवॉर्ड” (Best Digital Transformation Initiative Award) से सम्मानित किया गया है. हैदराबाद में आयोजित टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस समिट (Technology Excellence Summit) के सातवें संस्करण में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार एनएमडीसी (NMDC) के कार्यकारी निदेशक सत्येन्द्र राय को प्रदान किया गया.
बलिया जिले के श्रीनगर गांव के निवासी सत्येन्द्र राय ने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की और एनएमडीसी में विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया.
एनएमडीसी की डिजिटल क्रांति
भारत की प्रमुख खनन कंपनी एनएमडीसी ने डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए SAP S/4 HANA को सफलतापूर्वक लागू किया है. यह अत्याधुनिक प्रणाली कंपनी के सभी मुख्य कार्यप्रणालियों (Core Modules) को एकीकृत करती है और खनन उद्योग के लिए विशेष समाधान (Industry-Specific Solutions) प्रदान करती है.
कार्यकारी निदेशक सत्येन्द्र राय ने बताया कि एनएमडीसी भारत की पहली केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई (CPSU) है, जिसने ERP (Enterprise Resource Planning) को इस प्लेटफॉर्म पर अपनाया है.
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ERP प्रणाली से हुए प्रमुख लाभ
एनएमडीसी ने अत्याधुनिक ईआरपी समाधान को लागू कर अपनी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं.
- उत्पादकता में वृद्धि (Enhanced Productivity) – विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों के स्वचालन (Automation) और बेहतर समन्वय से दक्षता में सुधार हुआ है.
- परिचालन कुशलता (Operational Efficiency) – प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने से उत्पादन लागत में कमी आई और संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित हुआ.
- पारदर्शिता (Transparency) – डेटा का केंद्रीकरण (Centralized Data) कर वास्तविक समय में निगरानी संभव हुई.
- सत्य का एकल स्रोत (Single Source of Truth) – विभिन्न विभागों के बीच सटीक और भरोसेमंद डेटा साझा कर समन्वय स्थापित हुआ.
- वास्तविक समय पर डेटा आधारित निर्णय लेने की क्षमता (Real-Time Data-Driven Decision Making) – ERP प्रणाली द्वारा लाइव डेटा विश्लेषण उपलब्ध होने से त्वरित और प्रभावी निर्णय लेना संभव हुआ.
भविष्य की रणनीति: डिजिटल परिवर्तन को और मजबूत बनाने की योजना
एनएमडीसी ने अपनी डिजिटल परिवर्तन यात्रा को और अधिक उन्नत बनाने के लिए भविष्य की रणनीति तैयार कर ली है. इसमें निम्नलिखित अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने की योजना है:
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT – Internet of Things) – खनन गतिविधियों में स्मार्ट डिवाइस और सेंसर का उपयोग कर डेटा संग्रह और विश्लेषण को सक्षम करना.
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग (AI/ML – Artificial Intelligence & Machine Learning) – स्वचालित निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए एआई एल्गोरिदम का उपयोग.
- स्वायत्त और बुद्धिमान मशीनें (Autonomous Intelligent Machines & Equipment) – स्वचालित खनन उपकरण और रोबोटिक्स के उपयोग से दक्षता बढ़ाना और मानव हस्तक्षेप को कम करना.
- ERP और नई तकनीकों का एकीकरण (Integration with ERP) – आधुनिक तकनीकों को ERP सिस्टम से जोड़कर व्यावसायिक दक्षता को नई ऊंचाइयों तक ले जाना.
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
एनएमडीसी का डिजिटल परिवर्तन न केवल खनन उद्योग में नवाचार को बढ़ावा देगा बल्कि पूरी प्रक्रिया को अधिक कुशल, पारदर्शी और डेटा-संचालित बनाएगा. SAP S/4 HANA के सफल कार्यान्वयन के साथ, एनएमडीसी ने डिजिटल युग में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम योगदान दिया है.
आने वाले वर्षों में, कंपनी IoT, AI/ML और स्वायत्त मशीनों जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी डिजिटल क्षमताओं को और अधिक विकसित करेगी. यह पहल न केवल भारतीय खनन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी एनएमडीसी की स्थिति को और मजबूत करेगी.