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लालू ने मनाई राबड़ी देवी और रोहिणी आचार्य, मीसा भारती के साथ होली

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपनी पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) और बेटियों रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) और मीसा भारती (Misa Bharti) के साथ होली मनाई. इस मौके पर राजद सुप्रीमो ने सभी को शुभकामनाएं भी दीं.

एक्स (X) पर एक पोस्ट में लालू यादव ने कहा, ”प्यार, खुशी और रंगों के त्योहार होली की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. आइए, होली के इस शुभ अवसर पर हम सब मिलकर देश की एकता, अखंडता, संविधान और लोकतंत्र की भावना को कभी ख़त्म न होने देने का संकल्प लें और आपसी प्रेम और भाईचारे के अमृत को हर कीमत पर आपस में जीवित रखने का संकल्प लें. होली का यह त्यौहार आपके जीवन को प्रगति, प्रगति और समृद्धि के सभी रंगों से भर दे. खुशियों के चमकीले रंग, खुशियों के चमकीले रंग आपके जीवन को हमेशा आनंद और खुशियों से भर दें.”

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक्स (X) पर अपने पोस्ट में विकास और बदलाव की कामना की और लिखा, ”रोजगार, प्रगति और सद्भाव का रंग, नौकरी, विकास और बदलाव का रंग! हर परिवार नौकरी और समृद्धि के रंग में रंगे, हर बिहारवासी खुशहाल जीवन के रंगों से सराबोर रहें! यह होली आपके जीवन में सुखद बदलाव लेकर आए. आइए एक नया अध्याय शुरू करें जो बिहार को आगे बढ़ाएगा.”

इधर, पटना में लालू यादव के बड़े बेटे और राजद नेता तेज प्रताप यादव (RJD leader Tej Pratap Yadav) ने भी अपने आवास पर त्योहार मनाया और लोगों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं.

मीडिया एजेंसी एएनआई से बात करते हुए तेज प्रताप ने कहा, “होली के अवसर पर शुभकामनाएं. चुनाव अपनी जगह है, होली अपनी जगह है.”

इस बीच, यह बताया जा रहा है कि लालू यादव की बेटियां रोहिणी आचार्य और मीसा भारती 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक, रोहिणी आचार्य सारण से और मीसा भारती पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं. राजद ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है क्योंकि कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत पूरी नहीं हुई है.

होली, जो सोमवार को मनाया जा रहा है, एक ऐसा त्योहार है जो देश में भी उतने ही उत्साह के साथ मनाया जाता है जितना कि विदेशों में. इस त्योहार से पहले अलाव जलाने की एक रस्म होती है जिसे ‘होलिका दहन’ कहा जाता है, जो राक्षस होलिका को जलाने का प्रतीक है.

यह त्योहार भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के ब्रज नामक क्षेत्र में काफी समय बिताया था. यह न केवल होली की भावना को दर्शाता है, बल्कि राधा और कृष्ण के शाश्वत प्रेम को भी दर्शाता है. उल्लास के बीच, पारंपरिक मिठाइयाँ साझा की जाती हैं, जिससे लोगों के बीच सौहार्द और एकजुटता की भावना बढ़ती है, साथ ही मौज-मस्ती करने वालों में खुशी और प्यार की भावना झलकती है.