12 अप्रैल के बाद लालू जल्द आ सकते हैं बाहर…..
रांची / पटना (TBN रिपोर्ट) | झारखंड की राजधानी रांची से एक बड़ी खबर आ रही है. चारा घोटाले में दोषी एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को जल्द ही राहत मिल सकती है. वह 12 अप्रैल के बाद किसी भी दिन जेल से बाहर आ सकते हैं.
लालू यादव, जो रांची के जेल में बंद हैं, को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को लेकर पेरॉल पर छोड़ा जा सकता है. जैसा कि मालूम है, कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए जेल प्रशासन को सजायाफ्ता कैदियों के पैरोल देने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया था.
झारखंड के कैबिनेट मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि वे लालू प्रसाद की रिहाई के लिए 12 अप्रैल को होनेवाली कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाएंगे. उनके इस बयान के बाद आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के जेल से रिहा होने की एक बार फिर उम्मीद बंध गई है.
बादल ने तर्क दिया है कि सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार लालू को पैरोल पर रिहा किया जा सकता था. लेकिन पहले हुए बैठक में लालू को जेल से रिहा करने पर निर्णय नहीं हो पाया था. अब वे 12 अप्रैल को होनेवाली बैठक में लालू की रिहाई का प्रस्ताव रखेंगे.
उन्होंने संकेत दिया है कि इस बावत उनकी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बात हुई है. झारखंड सरकार इसको ले कर काफी गंभीर भी है. बादल पत्रलेख ने कहा कि कोविड-19 को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को गाइडलाइन दिया है उसके अनुसार लालू प्रसाद की रिहाई हो सकती है.
लालू यादव की तबीयत ठीक नहीं
बताते चलें कि लालू यादव की तबीयत ठीक नहीं रहने की वजह से उन्हें रिम्स के पेईंग वार्ड में भर्ती किया गया है. रिम्स अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप के अनुसार लाईन ऑफ ट्रीटमेंट, दी जा रही दवाएं और प्रोटोकॉल देखने के बाद मेडिकल बोर्ड रिम्स में चल रहे उनके इलाज से संतुष्ट है.
डॉ कश्यप ने बताया कि बोर्ड ने पाया है कि लालू प्रसाद सीकेडी (क्रोनिक किडनी डिजीज) स्टेज 3 के मरीज हैं. इसके अलावा उन्हे अन्य कई बीमारियां भी है. चूंकि रिम्स में कोई नेफ्रोलॉजिस्ट नहीं हैं, इसलिए बाहर के किसी नेफ्रोलॉजिस्ट को बुलाकर सेकेंड ओपीनियन लिया जाएगा. हो सकता है किसी नेफ्रोलॉजिस्ट के पास भेजकर भी राय ली जा सकती है.