Kolkata Rape-Murder Case: भाजपा ने की ममता के खिलाफ जांच की मांग
कोलकाता (The Bihar Now डेस्क)| भाजपा पश्चिम बंगाल महासचिव (BJP West Bengal General Secretary) लॉकेट चटर्जी (Locket Chatterjee) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) के खिलाफ जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या एक “संगठित अपराध” (organized crime) था.
गुरुवार को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए लॉकेट चटर्जी ने कहा, “पहले हमने देखा है कि कोलकाता पुलिस (Kolkata police) लोगों को यह कहते हुए समन भेज रही थी कि वे फर्जी खबरें फैला रहे हैं. अब हम देख सकते हैं कि कोलकाता पुलिस खुद फर्जी खबरें फैला रही है.”
उन्होंने कहा, “सच्चाई तक पहुंचने के लिए सबसे पहले सीएम से पूछताछ की जानी चाहिए. यह एक संगठित अपराध था. संदीप घोष (Sandip Ghosh) के साथ बड़े नाम हैं, यहां तक कि कालीघाट (Kalighat) भी इससे जुड़ा है. टीएमसी सरकार (TMC government) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में 21 वकील क्यों भेजे?”
इससे पहले, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता (BJP national spokesperson) अमित मालवीय (Amit Malviya) ने आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital) के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष द्वारा कथित तौर पर हस्ताक्षरित 10 अगस्त के एक पत्र का हवाला दिया था, जिसमें प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के एक दिन बाद घटना स्थल के नवीनीकरण का आदेश दिया गया था.
मालवीय ने इसे “विस्फोटक” करार दिया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल ने नवीनीकरण की तारीख के बारे में झूठ बोला है.
एक्स पर एक पोस्ट में मालवीय ने कहा, “यह विस्फोटक है. सबूत का एक और टुकड़ा, जो स्थापित करता है कि डॉ. संदीप घोष, जो अब गिरफ्तार हो चुके हैं, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल हैं, ने शौचालय की मरम्मत/नवीनीकरण का आदेश दिया था. 10 अगस्त को सेमिनार कक्ष (अपराध स्थल), युवा महिला डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार और हत्या के एक दिन बाद (8/9 अगस्त की मध्यरात्रि को उसकी हत्या कर दी गई थी).”
इसे भी पढ़ें – ‘वह आ’त्मह’त्या से म’र गई, जल्दी करें’, मृ’तक डॉक्टर के परिवार को घबराहट भरी कॉलों में बताया गया
उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि अपराध की तारीख से पहले नवीनीकरण शुरू होने का दावा सरासर झूठ था. पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल ने झूठ बोला था. कोलकाता पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की थी, जिन्होंने टूटी दीवार का वीडियो साझा किया था.”
मालवीय ने पत्र को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अस्पताल प्रशासन और कोलकाता पुलिस पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि उनमें से तीन ने सभी सबूतों को नष्ट करने के लिए “मिलीभगत” की और अपराध स्थल को साफ कर दिया.
उन्होंने कहा, “यह बुरा है और उनके इरादों पर और सवाल खड़े करता है.”
मालवीय ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग दोहराई और आरोप लगाया कि “बहुत सारे सबूत” पहले ही नष्ट कर दिए गए हैं.
ममता बनर्जी का हो पॉलीग्राफ टेस्ट
मालवीय ने कहा, “सच्चाई सामने लाने के लिए ममता बनर्जी और विनीत गोयल का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाना चाहिए. न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा.”
10 अगस्त को लिखे कथित पत्र में, कार्यकारी अभियंता को तत्काल आधार पर आरजी कर अस्पताल, कोलकाता के सभी विभागों में अलग-अलग संलग्न शौचालयों के साथ-साथ ऑन ड्यूटी डॉक्टरों के कमरे की मरम्मत/नवीनीकरण/पुनर्निर्माण करने का आदेश दिया गया था. पत्र में कहा गया है कि विभिन्न विभागों में ऑन ड्यूटी डॉक्टरों के कमरे और अलग-अलग शौचालयों की “कमी” है.
बता दें, प्रशिक्षु डॉक्टर का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था. इस घटना के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. कुछ ही देर बाद एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार कर लिया गया. चिकित्सा प्रतिष्ठान में कथित वित्तीय कदाचार के लिए सीबीआई ने डॉ. संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया.