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ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु की हुई आपातकालीन मस्तिष्क सर्जरी, अब हालत बेहतर

नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) हाल ही में एक जानलेवा चिकित्सीय स्थिति से गुज़रे हैं. उनके मस्तिष्क में गंभीर सूजन और रक्तस्राव के बाद हाल ही में दिल्ली के अपोलो अस्पताल (Apollo Hospital, Delhi) में आपातकालीन मस्तिष्क सर्जरी की गई. वह फिलहाल ठीक हो रहे हैं.

सर्जरी के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सद्गुरु को उनके शीघ्र स्वास्थ्य और कल्याण की कामना की.

ईशा फाउंडेशन ने सद्गुरु की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें पिछले चार हफ्तों से लगातार सिरदर्द का सामना करना पड़ रहा था. दर्द की गंभीरता के बावजूद उन्होंने अपना कार्यक्रम और गतिविधियां जारी रखीं और यहां तक ​​कि 8 मार्च 2024 को रात भर चलने वाले महाशिवरात्रि समारोह का भी आयोजन किया.

15 मार्च 2024 की दोपहर जब वह दिल्ली पहुंचे तो सिरदर्द बेहद गंभीर हो गया. इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विनीत सूरी (consultant neurologist Dr Vinit Suri) की सलाह पर सद्गुरु ने उसी दिन शाम 4:30 बजे तत्काल एमआरआई कराया, जिसमें मस्तिष्क में भारी रक्तस्राव का पता चला.

एमआरआई के रिपोर्ट चिंताजनक थे. रिपोर्ट में पता चला कि सद्गुरु के मस्तिष्क में बड़े पैमाने पर रक्तस्राव हो रहा था. डॉ. सूरी ने स्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि रक्तस्राव के दो मामले थे, एक लगभग तीन सप्ताह पहले हुआ था और दूसरा एमआरआई से कुछ दिन पहले हुआ था.

इसपर डॉक्टरों द्वारा उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई. सद्गुरु ने डॉक्टरों से कहा कि “मैंने अपने पिछले 40 वर्षों में कभी भी एक भी बैठक नहीं छोड़ी है”. गंभीर और पीड़ादायक लक्षणों के बावजूद, उन्होंने 15 मार्च को अपनी निर्धारित बैठकें और 16 मार्च को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव को दर्द निवारक दवाओं की उच्च खुराक के प्रभाव में पूरा किया.

17 मार्च को सद्गुरु की न्यूरोलॉजिकल स्थिति तेजी से बिगड़ गई, जिससे उनकी चेतना के स्तर में प्रगतिशील गिरावट आई. साथ ही उनका बायां पैर कमजोर हो गया और बार-बार उल्टी के साथ सिरदर्द भी बदतर हो गया. आख़िरकार उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया. सीटी स्कैन से पता चला कि मस्तिष्क की सूजन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और मस्तिष्क का एक तरफ से जीवन के लिए खतरा पैदा हो गया है.

इसपर त्वरित कार्यवाई करते हुए डॉ विनीत सूरी, डॉ प्रणव कुमार, डॉ सुधीर त्यागी और डॉ एस चटर्जी सहित डॉक्टरों की एक टीम ने अस्पताल में भर्ती होने के कुछ घंटों के भीतर रक्तस्राव को कम करने के लिए आपातकालीन सर्जरी की. सफलतापूर्वक की गई सर्जरी के बाद सद्गुरु को वेंटिलेटर से हटा दिया गया. तब से सद्गुरु के स्वास्थ्य में लगातार प्रगति दिखा रहा है, उसके मस्तिष्क, समग्र स्वास्थ्य और महत्वपूर्ण मापदंडों में सुधार देखा गया है.

सद्गुरु की सफल सर्जरी और उसके बाद ठीक होने की खबर से दुनिया भर में उनके अनुयायियों और शुभचिंतकों को राहत मिली है. सद्गुरु के स्वास्थ्य में लगातार हो रही प्रगति से उनके मस्तिष्क, शरीर और महत्वपूर्ण मापदंडों में सामान्य स्तर तक सुधार हुआ है. उनकी रिकवरी उम्मीद से कहीं बेहतर हुई है और डॉ. सूरी के अनुसार, “हमारे द्वारा शुरू किए गए चिकित्सा उपायों के अलावा, सद्गुरु खुद को ठीक कर रहे हैं”.

(इनपुट – ईशा फाउंडेशन)