अयोध्या में 1,000 एकड़ भूमि पर बनेगी भारत की पहली वास्तु आधारित टाउनशिप
अयोध्या (TBN – The Bihar Now डेस्क)| उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) अयोध्या में वास्तु आधारित टाउनशिप बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार यह नई टाउनशिप 1,100 एकड़ भूमि में फैली होगी और इसमें ऐसी इमारतें होंगी जो पारंपरिक और आधुनिक वास्तुकला दोनों को दर्शाती हैं.
वास्तु आधारित टाउनशिप
यूपी के अपर मुख्य सचिव के मुताबिक, ‘नई अयोध्या’ के नाम से जानी जाने वाली यह टाउनशिप देश की पहली वास्तु आधारित टाउनशिप होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही उस जमीन की पहचान कर उस पर कब्जा कर लिया है जहां टाउनशिप बनाई जाएगी.
अधिकारियों ने कहा कि जब से राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख की घोषणा की गई, डेवलपर्स और बिल्डरों ने अयोध्या में उपलब्ध जमीन में रुचि दिखानी शुरू कर दी. अधिकांश बिल्डर शहर में आवासीय या व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बना रहे हैं. बता दें, 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा.
यूपी के अपर मुख्य सचिव नितिन गोकरण ने शहर की वास्तुकला के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि नया अयोध्या शहर स्थिरता पर ध्यान देने वाला एक नदी-केंद्रित शहर होगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकार का लक्ष्य इसे देश के सर्वश्रेष्ठ शहरों में से एक बनाना है.
यूपी सरकार मंदिर शहर में होटल और अन्य व्यावसायिक स्थान बनाने की योजना बना रही है. दरअसल, सरकार पहले ही एक होटल के लिए एक प्लॉट की नीलामी कर चुकी है, जिसका बेस प्राइस 88,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर था. विजेता बोली 108,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ग मीटर थी. अयोध्या में स्वच्छ संपत्तियों की मांग भी बढ़ी है और राज्य अतिथि गृह के लिए पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुका है. सरकार जल्द ही व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी करने की योजना भी बना रही है.
अयोध्या में संपत्ति की दरों में बढ़ोतरी
राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह से पहले अयोध्या में संपत्ति की दरें और जमीन की कीमतें बढ़ना शुरू हो गई हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर में संपत्ति और भूमि लेनदेन में भी लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. देश भर से डेवलपर्स और बिल्डर मंदिर शहर के विकास का लाभ उठाने के लिए यहां आ रहे हैं.
मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद अब अयोध्या में देश भर से पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. शहर में भूमि सौदों की औसत संख्या बढ़कर प्रतिदिन 25 से 30 हो गई है, जबकि शिलान्यास समारोह से पहले यह 15 से 20 होती थी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट द्वारा विवादित स्थल हिंदू पक्ष को देने के फैसले के तुरंत बाद अयोध्या में संपत्ति की कीमतें बढ़ गई थीं.