कोलकाता डॉक्टर रेप-हत्या मामला: विरोध में कल आईएमए की राष्ट्रव्यापी हड़ताल, रखीं मांगें
नई दिल्ली / कोलकाता (The Bihar Now डेस्क)| देश में चिकित्सा कर्मचारियों के सबसे बड़े संगठन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने शनिवार 17 अगस्त सुबह से देशव्यापी हड़ताल (nationwide strike) की घोषणा की है. पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय के दौरान हुई किसी भी हड़ताल से यह बड़ी हड़ताल साबित होने की उम्मीद है. इसमें अधिकांश अस्पताल बंद रहेंगे.
यह विरोध प्रदर्शन 9 अगस्त की घटना के बाद हो रहा है, जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital, Kolkata) में ड्यूटी के दौरान एक 31 वर्षीय स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. इससे पूरे देश में चिकित्सा समुदाय द्वारा व्यापक प्रदर्शन और हड़तालें शुरू हो गई हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय कानून बनाने और अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है.
IMA ने देश के सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों द्वारा 24 घंटे के लिए सेवाएं बंद करने की घोषणा की है, चाहे वे किसी भी क्षेत्र और कार्यस्थल पर काम करते हों. आपातकालीन और दुर्घटना संबंधी सेवाएं जारी रहेंगी. कोई ओपीडी नहीं होगी. कोई वैकल्पिक सर्जरी नहीं होगी. यह शनिवार 17 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे शुरू होगी और रविवार 18 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे समाप्त होगी.
- इस हड़ताल के दौरान अधिकांश अस्पताल विभाग बंद रहेंगे. नियमित बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और वैकल्पिक सर्जरी बंद रहेंगी.
- आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी. इसमें आपातकालीन देखभाल और गंभीर उपचार शामिल हैं, जो हमेशा की तरह जारी रहेंगे.
- किसी भी तत्काल चिकित्सा आवश्यकता को पूरा करने के लिए कैज्यूलिटी सेवाएं उपलब्ध होंगी.
- हड़ताल से उन सभी क्षेत्रों पर असर पड़ेगा जहां आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर काम करते हैं, जिसमें सार्वजनिक और निजी अस्पताल भी शामिल हैं.
समर्थन में देशभर में रैली
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 16 अगस्त से अगली सूचना तक आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी), ऑपरेटिंग थिएटर (ओटी) और वार्ड सहित सभी गैर-आवश्यक और वैकल्पिक अस्पताल सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा की है.
- दिल्ली भर के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन 16 अगस्त को दोपहर 2 बजे राष्ट्रीय राजधानी के निर्माण भवन से एक संयुक्त विरोध मार्च निकालेंगे.
- दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) बलात्कार-हत्या की घटना के विरोध में 16 अगस्त को शाम 5 बजे इंडिया गेट पर कैंडल मार्च आयोजित करेगा.
- महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) घटना के जवाब में 16 अगस्त को मुंबई के आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन करेगा.
- सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार-हत्या के विरोध में 16 अगस्त को सिलीगुड़ी में 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है. हड़ताल के कारण शहर में काफी व्यवधान उत्पन्न हुआ है, गुरुवार शाम 6 बजे से अधिकांश दुकानें बंद हैं.
आईएमए की मांगें:
आईएमए द्वारा शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, देश के सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों को क्षेत्र और कार्यस्थल की परवाह किए बिना 24 घंटे के लिए सेवाएं वापस लेने की घोषणा की है. आपात स्थिति और कैज्यूलिटी की संख्या पर काम होगा. कोई ओपीडी नहीं. कोई वैकल्पिक सर्जरी नहीं. हड़ताल शनिवार 17 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे शुरू होगी और रविवार 18 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे समाप्त होगी.
- नीतिगत स्तर पर डॉक्टरों और अस्पतालों पर हिंसा को स्वीकार करने की अनिच्छा को बदलना होगा. 1897 के महामारी रोग अधिनियम (Epidemic Diseases Act of 1897) में 2023 के संशोधनों को 2019 के अस्पताल संरक्षण विधेयक (Hospital Protection Bill of 2019) के मसौदे में शामिल करने वाला एक केंद्रीय अधिनियम मौजूदा 25 राज्य विधानों को मजबूत करेगा. जैसा कि कोविड महामारी के दौरान हुआ था, एक अध्यादेश लागू है.
- सभी अस्पतालों का सुरक्षा प्रोटोकॉल किसी एयरपोर्ट से कम नहीं होना चाहिए. अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करना पहला कदम है. सीसीटीवी, सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जा सकता है.
- पीड़ित की 36 घंटे की ड्यूटी शिफ्ट और आराम करने के लिए सुरक्षित स्थानों और पर्याप्त विश्राम कक्षों की कमी के कारण रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और रहने की स्थिति में पूरी तरह से बदलाव की आवश्यकता है.
- अपराध की समय-सीमा में सूक्ष्म एवं पेशेवर जांच कर न्याय दिलाना. बर्बरता करने वाले गुंडों की पहचान करें और अनुकरणीय सजा दें.
- शोक संतप्त परिवार को क्रूरता के अनुरूप उचित और सम्मानजनक मुआवजा.
- आईएमए अपने डॉक्टरों और बेटियों के लिए न्याय के इस संघर्ष में राष्ट्र की समझ और समर्थन की मांग करता है.