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अखिल विश्व गायत्री परिवार का अश्वमेध महायज्ञ राष्ट्रीय एकता की ओर एक नया कदम

मुंबई (TBN – The Bihar Now डेस्क)| अखिल विश्व गायत्री परिवार (All World Gayatri Parivar) 21 फरवरी से 25 फरवरी तक मुंबई में एक पवित्र अनुष्ठान, विशाल अश्वमेध महायज्ञ (Ashwamedh Mahayagya) का आयोजन कर रहा है. परंपरा और आध्यात्मिक महत्व से परिपूर्ण यह आयोजन भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतीक है.

अश्वमेध महायज्ञ, पिछले 2000 वर्षों में एक दुर्लभ घटना, सनातन संस्कृति के बैनर तले राष्ट्र को एकजुट करने के गहन प्रयास का प्रतीक है.

एडब्ल्यूजीपी (AWGP) के अनुसार, यज्ञ सूक्ष्म सकारात्मक ऊर्जा के द्वार खोलते हैं. इस महायज्ञ में 2.4 करोड़ लोगों के भाग लेने का अनुमान है. मंत्र-युक्त यज्ञ आहुतियों का उद्देश्य सकारात्मकता को बढ़ावा देना है जो राष्ट्र के लिए शांति और समृद्धि में प्रतिबिंबित होगी.

डॉ. चिन्मय पांडे के मार्गदर्शन में डॉ. प्रणव पांडे और शैल दीदी के नेतृत्व में AWGP सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देने और राष्ट्र की भावना को फिर से जीवंत करने के लिए समर्पित है.

इस वैदिक अनुष्ठान में 1008 अग्निकुंडों बनाएं गए हैं जहां प्रत्येक अग्निकुंड में दस व्यक्तियों का समूह एक साथ आध्यात्मिक सद्भाव को बढ़ावा देते हुए हवन करेगा.

यह आयोजन जाति और समुदाय की बाधाओं से परे है तथा यह सामूहिक प्रार्थना की परिवर्तनकारी शक्ति में भाग लेने के लिए सभी का स्वागत करता है.

इस अश्वमेध महायज्ञ का पैमाना अद्वितीय है. 140 एकड़ में हो रहा यह विशाल आयोजन स्थल 1008 अग्निकुंडों से सुसज्जित है जो पवित्र अग्नि की रोशनी से जगमगाता है. शुभ मंगल-कलश यात्रा से लेकर ज्ञानवर्धक ज्ञान सम्मेलन तक यह आयोजन आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभवों की एक श्रृंखला का वादा करता है.

इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री सहित राष्ट्रीय नेता भाग ले रहे हैं. इसके अलावा इस आयोजन में संत, महात्मा, राजनेता, अभिनेता, उद्योगपति और समाज की प्रतिष्ठित हस्तियां भाग लेंगी जिससे इसका महत्व और बढ़ जाएगा.

यह महायज्ञ प्रेरणा की किरण के रूप में खड़ा है, जो सामूहिक कार्रवाई और सेवा के माध्यम से समाज को समृद्धि और पारस्परिक सम्मान की ओर ले जाता है. अग्निकुंडों में जैसे ही पवित्र लपटें उठती हैं, वे न केवल आस्थावानों के दिलों को रोशन करती हैं, बल्कि एक एकजुट और सामंजस्यपूर्ण राष्ट्र का मार्ग भी रोशन करती हैं.

गायत्री परिवार अश्वमेघ यज्ञ के प्रमुख कार्यक्रमों में पवित्र जल कलश की शुभ शोभा यात्रा, 1008 कुंडीय गायत्री महायज्ञ, दीपों की भव्य रोशनी, देवताओं को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम, एक विशाल पुस्तक प्रदर्शनी, ज्ञानवर्धक श्रृंखला जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल हैं. इसमें व्याख्यान एवं ज्ञान सत्र, नए युग के निर्माण को दर्शाने वाले पोस्टरों की प्रदर्शनी, रक्तदान अभियान, व्यसन मुक्ति शिविर और एक लाख पेड़ लगाने का अभियान भी शामिल हैं.

यह आयोजन समाज को एक साथ लाकर सामूहिकता और सेवा के माध्यम से समृद्धि और सम्मान के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा का स्रोत बन रहा है.

बताते चलें, अखिल विश्व गायत्री परिवार (AWGP) एक वैश्विक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संगठन है जो दुनिया भर में व्यक्तियों और समाजों के बीच एकता, सद्भाव और ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. अपने विविध कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से AWGP सार्वभौमिक मूल्यों को बढ़ावा देने और एक उज्जवल भविष्य की ओर मानवता के उत्थान का प्रयास करता है.