Big Newsअन्य राज्यों सेक्राइमफीचर

खौफनाक वीडियो वायरल में कैद हुई 26 लोगों की मौत की त्रासदी

नई दिल्ली (The Bihar Now डेस्क)| जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले की दिल दहलाने वाली तस्वीरें एक नए वीडियो के जरिए सामने आई हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. यह वीडियो अहमदाबाद के पालडी क्षेत्र के निवासी पर्यटक ऋषि भट्ट ने अपने कैमरे में कैद किया है. इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी और यह हाल के वर्षों में क्षेत्र का सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है. वीडियो में हमले के दौरान की अफरा-तफरी, गोलियों की आवाजें और लोगों की चीख-पुकार साफ तौर पर देखी और सुनी जा सकती हैं.

ऋषि भट्ट, जो उस समय जिपलाइनिंग कर रहे थे, ने मीडिया को दिए साक्षात्कार में उस भयावह दिन की पूरी कहानी साझा की. उन्होंने बताया कि हमले के समय वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे. वीडियो में वह जिपलाइन पर मुस्कुराते हुए खुद को रिकॉर्ड कर रहे थे, तभी पृष्ठभूमि में गोलियों की आवाजें सुनाई दीं. भट्ट ने बताया कि जिपलाइन ऑपरेटर ने “अल्लाहु अकबर” के नारे लगाए और तुरंत बाद गोलीबारी शुरू हो गई.

भयावह अनुभव

भट्ट ने बताया कि हमले से पहले उनकी पत्नी, बेटा, और चार अन्य लोग जिपलाइन पार कर चुके थे. उस समय ऑपरेटर ने कोई नारा नहीं लगाया था, लेकिन जब भट्ट जिपलाइन पर थे, तब उसने तीन बार “अल्लाहु अकबर” कहा और गोलीबारी शुरू हो गई. करीब 15-20 सेकंड बाद भट्ट को एहसास हुआ कि स्थिति गंभीर है. वीडियो में एक व्यक्ति को जमीन पर गिरते हुए भी देखा जा सकता है.

उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि कुछ गलत हो रहा है. मैंने जिपलाइन की रस्सी रोकी, 15 फीट की ऊंचाई से कूद गया और अपनी पत्नी और बेटे के साथ भागने लगा. उस समय मेरे दिमाग में बस अपनी और अपने परिवार की जान बचाने की बात थी.” भट्ट ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ जंगल की ओर भागकर पार्किंग क्षेत्र तक पहुंचने की कोशिश की और फिर श्रीनगर की ओर सुरक्षित निकल गए.

आतंकियों की क्रूरता

भट्ट ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों से उनके नाम और धर्म पूछे और उन्हें कलमा पढ़ने के लिए कहा. जो लोग कलमा नहीं पढ़ पाए, उन्हें उनके नाम और धर्म पूछकर गोली मार दी गई. भट्ट ने कहा, “मेरी पत्नी के पास दो अन्य जोड़े थे. आतंकी ने उनके नाम और धर्म पूछे और फिर गोली चला दी. मैं जिपलाइन पर था, इसलिए मेरी जान बच गई. अगर मैं अपनी पत्नी के साथ होता, तो पता नहीं क्या होता.”

उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने 16-18 लोगों की हत्या होते देखी. भट्ट करीब 15-20 मिनट तक जंगल में एक झाड़ी में छिपे रहे जबकि गोलीबारी जारी थी. गोलीबारी रुकने के बाद वह जंगल से भागे और सुरक्षित स्थान पर पहुंचे.

आतंकियों का भेष और स्थानीय स्थिति

भट्ट ने बताया कि आतंकी सुरक्षा गार्डों की वर्दी में थे. भागते समय उन्होंने दो सुरक्षा गार्डों के शव देखे जिनके कपड़े गायब थे. उन्होंने अनुमान लगाया कि आतंकियों ने उनकी वर्दी चुराई होगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमला शुरू होने पर कोई स्थानीय व्यक्ति घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. “स्थानीय लोग सबसे पहले भाग गए. कोई मदद के लिए नहीं था. लेकिन जब मैं जंगल से भागा, तो 18 मिनट के भीतर सेना पहुंच गई और हमें सुरक्षित किया.”

हमले की जिम्मेदारी और भारत का जवाब

इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट ने ली है. भारत ने इस हमले के जवाब में पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें इंडस जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना, अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद करना, और पाकिस्तानी नागरिकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर भारत छोड़ने का आदेश देना शामिल है. इस हमले ने विश्व भर में भारतीय समुदायों में आक्रोश पैदा किया है और पाकिस्तान की कड़ी आलोचना हो रही है.

सोशल मीडिया पर चर्चा

ऋषि भट्ट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस हमले की क्रूरता पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. कई यूजर्स ने सरकार से पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है जबकि अन्य ने इस हमले को क्षेत्र में शांति के लिए खतरे के रूप में देखा है.

आगे की राह

पहलगाम हमला एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और सख्त करने की जरूरत को रेखांकित करता है. जांच एजेंसियां इस वीडियो की प्रामाणिकता और हमले के अन्य पहलुओं की जांच में जुटी हैं. यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आतंकवाद का खतरा अभी भी कितना गंभीर है.

देखिए वायरल वीडियो –