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‘दिव्य संबंध का एक क्षण’: पीएम मोदी ने त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी

प्रयागराज (The Bihar Now डेस्क)| लाल रंग की जैकेट, नीली ट्रैक पैंट और गले में ‘रुद्राक्ष’ (rudraksha) की माला पहने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार को त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) में पवित्र स्नान किया और मां गंगा (Goddess Ganga) से प्रार्थना की. पीएम मोदी लगभग 55 लाख लोगों में से एक थे, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे महाकुंभ मेले (Maha Kumbh Mela) में दोपहर तक स्नान किया.

प्रयागराज एयरपोर्ट पर सुबह करीब 10 बजे पहुंचने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने अरैल घाट पर जाकर संगम नोज की ओर बढ़े. संगम नोज वह जगह है जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का संगम होता है. उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक नाव में यात्रा की. बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने अकेले पानी में प्रवेश किया, संगम में डुबकी लगाई और मंत्रों का जाप किया.

पीएम मोदी ने स्नान करने के तुरंत बाद एक्स पर एक पोस्ट (Post on X) में कहा, “प्रयागराज में महाकुंभ (Maha Kumbh) का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. संगम में स्नान (Snana) करना एक दिव्य अनुभव है और लाखों अन्य श्रद्धालुओं की तरह, मैं भी भक्ति की भावना से भरा हुआ था. माँ गंगा सभी को शांति, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और सामंजस्य का आशीर्वाद दें.”

अधिकारियों ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने सूर्य देव को “अर्घ्य” दिया और गंगा (Ganga), यमुना (Yamuna) और सरस्वती (Saraswati) नदियों के लिए प्रार्थना की. संगम में स्नान करने के बाद पीएम मोदी ने एक काले कुर्ते, एक भगवा चादर और एक हिमाचली टोपी (Himachali cap) पहनकर पूजा की.

यहाँ के स्थानीय पुजारियों के अनुसार, पीएम मोदी ने चल रहे गुप्ता नवरात्रि (Gupta Navratri) के दौरान भीष्म अष्टमी (Bhishm Ashtami) के विशेष अवसर पर स्नान किया. इस अवसर पर माँ दुर्गा (Goddess Durga,) की पूजा के साथ-साथ पूर्वजों को भी भेंट अर्पित की जाती है.

प्रधान मंत्री मोदी की प्रयागराज महाकुंभ यात्रा लगभग दो घंटे तक चली. अधिकारियों ने दावा किया कि जब पीएम मोदी संगम में स्नान कर रहे थे तब भी श्रद्धालुओं को सामान्य रूप से विभिन्न अस्थायी घाटों पर स्नान करने की अनुमति दी गई थी.

बताते चलें, यह पीएम मोदी की जनवरी 29 को हुए भगदड़ (stampede के बाद पहला दौरा है जब वह महाकुम्भ आए हैं. इससे पहले उन्होंने पिछले साल 13 दिसंबर को यहाँ प्रयागराज के लिए 5,500 करोड़ रुपये के 167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था.