शेयर बाजार में 18-महीने की सबसे बड़ी गिरावट से डूब गए 4.4 लाख करोड़ रुपये
मुंबई (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बुधवार को शेयर बाजार में पिछले 18 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली. गिरावट भी इतनी बड़ी थी कि दिन भर में निवेशकों के करीब 4.4 लाख करोड़ रुपये डूब गए. सेंसेक्स ने 1628 अंकों का गोता लगाया, जबकि निफ्टी 2 फीसदी टूट गया. इसके चलते दलाल स्ट्रीट पर आज पैनिक की स्थिति रही.
बैंकिंग शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट
सबसे बड़ी गिरावट आई बैकिंग शेयरों में. इसकी अगुआई HDFC बैंक की ने, जो देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है. बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजे निराशाजनक रहे, जिससे चलते आईटी शेयरों में आई तेजी भी दबकर रह गई. अब बड़ा सवाल यह है कि बाजार में आखिर यह गिरावट कब तक जारी रहेगी? क्या निवेशकों को इंतजार करना चाहिए या फिर ये गिरावट खरीदारी का मौका है?
बाजार जानकारों की माने वाले दिनों में यह गिरावट और तेज हो सकती है. उन्होंने कहा कि बाजार में इस समय अभी तिमाही नतीजों का सीजन चल रहा है. ऐसे में निवेशकों को बाजार में कोई नया पैसा लगाने से पहले इन नतीजों का इंतजार करना चाहिए.
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट टेक्निकल रिसर्च, अजित मिश्रा ने बताया कि निफ्टी एक बार फिर 21,700 से 21,800 के सपोर्ट जोन वाले दायरे में पहुंच गया है. हम यहां पर बुल्स की पकड़ कमजोर होते दिख रहे हैं. अजित ने कहा कि आज 17 जनवरी को बड़े बैंकिंग शेयरों के चलते आई, जिनपर आगे भी दबाव में रहेगा. ऐसे में निफ्टी यहां से टूटकर 21,400 से 21,200 के स्तर तक जा सकता है.
शेयर मार्केट में आज सबसे अधिक गिरावट बैंकिंग शेयरों में रही. बैंक निफ्टी तो दिन भर 4.2 फीसदी गिर गया. अजित मिश्रा ने कहा कि बैंक निफ्टी ने अब अगर 45,700 के स्तर को तोड़ दिया, तो इसमें फिर 1,000 अंक की और गिरावट आ सकती है. सेंसेक्स के शामिल शेयरों में आज HDFC बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और ICICI बैंक जैसे प्राइवेट सेक्टर्स के बैंक टॉप लूजर्स रहे. सिर्फ HDFC बैंक के मार्केट कैप में आज 1.1 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है. सेंसेक्स और निफ्टी में इस शेयर का भारी वेटेज है और इसी के चलते यह गिरावट इतनी तेज दिख रही है.
HDFC बैंक का तिमाही नतीजा अच्छा नहीं
लेकिन HDFC बैंक में आखिर गिरावट क्यों आई? दरअसल HDFC बैंक ने एक दिन पहले दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए थे, जो निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. बैंक का मार्जिन तिमाही आधार पर सपाट रहा. इसके पीछे फंड्स की अधिक लागत को वजह बताया गया. एनालिस्ट्स का भी इसके मार्जिन को लेकर मिलाजुला रुख रहा है. BNP पारिबा ने बताया, “हमें उम्मीद नहीं है कि एचडीएफसी बैंक का मार्जिन जल्द ही 4.3 प्रतिशत पर होगा.”
HSBC के एनालिस्ट्स ने तो HDFC बैंक का टारगेट प्राइस 2,000 रुपये से घटाकर 1.950 रुपये कर दिया है और कहा कि इसक पास मार्जिन बढ़ाने के लिए कुछ ही फैक्टर्स हैं. हालांकि जियोजित फाइनेंशियल के गौरांग शाह, इस शेयर पर अभी भी बुलिश हैं और इसे 2,000 का टारगेट दिया है. गौरांग शाह ने कहा कि HDFC बैंक का 16-17 सालों का अच्छा इतिहास है, बस एक तिमाही के नतीजे से इसे जज करना सही नहीं है.
आईटी शेयरों में रही रौनक
इस सबसे बीच आज आईटी शेयरों में रौनक रही. हालांकि एनालिस्ट्स का कहना है कि आईटी शेयरों में निवेश के लिए भी निवेशकों का फंडामेंटल ट्रिगर आने का इंतजार करना चाहिए. IDBI Capital के रिसर्च हेड, एके प्रभाकर ने कहा कि आईटी कंपनियों के दिसंबर तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों से अच्छे रहे हैं, इसलिए इसमें तेजी देखी जा रही है. लेकिन इसके बावजूद आईटी कंपनियों में अधिकतर की ग्रोथ अभी भी सपाट है. ऐसे में जो लोग एक साल की अवधि के लिए बाजार में मौके देख रहे हैं, उन्हें थोड़ा और इंतजार करना चाहिए.
(इनपुट-मनी कंट्रोल)