गुप्तेश्वर पांडेय अब क्या करेंगे, किसी पार्टी से टिकट नहीं मिला

पटना / बक्सर (TBN – The Bihar Now डेस्क) | बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी तथा जदयू ने अपनी अपनी सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इन दोनों पार्टियों में से किसी भी पार्टी की सूची में बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का नाम कहीं भी नहीं है. इसका मतलब है कि दोनों पार्टियों, खासकर उनकी अपनी पार्टी जदयू ने भी पांडेय को उन्हें टिकट नहीं दिया है.
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस मामले में जबरदस्त धमाल मचाकर सुर्खियों में आने वाले बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय हाल ही में नौकरी से इस्तीफा (वीआरएस) देकर जेडीयू जॉइन किया था. जब्तक वे डीजीपी रहे, सुशांत केस में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को औकात दिखा रहे थे. लेकिन इस्तीफे के बाद उनका जदयू जॉइन करना इस बात को हवा दे रहा था कि वे बक्सर जिले के दो सीटों, ब्रह्मपुर और बक्सर में से किसी भी सीट से चुनाव लड़ेंगे.
सूची का हुआ ऐलान लेकिन उनका नाम नहीं
बुधवार तक जेडीयू तथा बीजेपी ने अपने अपने उम्मीदवारों की सूची निकाल दी है, लेकिन जदयू की सूची में गुप्तेश्वर पांडेय का नाम कहीं नहीं है. वैसे बक्सर की दोनों सीटें बीजेपी के हिस्से गई हैं, और उस कारण यह माना जा रहा था कि गुप्तेश्वर पांडेय बीजेपी के सिम्बल से बक्सर सीट, पांडेय का गृह जिला है, से खड़ा होंगें. लेकिन बीजेपी ने भी बक्सर की दोनों सीटों, ब्रह्मपुर और बक्सर पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. लेकिन गुप्तेश्वर पांडेय का नाम बीजेपी के लिस्ट में भी नहीं है. इसका साफ मतलब है कि गुप्तेश्वर पांडेय अब न ही अपनी पार्टी से या फिर बीजेपी के सिम्बल पर बक्सर से चुनाव लड़ सकेंगे.
बीच में राजनीतिक गलियारों में यह भी हल्ला था कि चूंकि बक्सर जिलें की दोनों सीटें बीजेपी के हिस्से में गई हैं, इसलिए गुप्तेश्वर पांडेय अपने गृह जिला बक्सर से बीजेपी के सिम्बल से चुनाव लड़ सकते हैं. मीडिया ने भी इस बात को लेकर बात की थी.
लग गया ग्रहण फिर से ?
इस स्थिति में अब सोशल मीडिया पर यह सवाल तैरने लगा है कि अब पांडेय जी का क्या होगा. जिस तामझाम के साथ गुप्तेश्वर पांडेय ने नीतीश के कुमार की मौजूदगी में जदयू की सदस्यता ली थी उससे साफ लग रह था कि वे बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. लेकिन लगता है कि उनके इस सपने पर ग्रहण लग रहा है. क्योंकि जेडीयू या बीजेपी, दोनों के अब तक के उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम नहीं है. अब बिलकुल साफ हो गया है कि जेडीयू ने गुप्तेश्वर पांडेय को टिकट नहीं दिया है. गुप्तेश्वर पांडेय को सीट नहीं मिलने को लेकर बिहार की राजनीति हल्कों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं.
बताते चलें कि 11 साल पहले 2009 में भी गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस लेकर लोकसभा चुनाव लड़ने की कोशिश की थी. लेकिन उस वक्त बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के कारण वे फिर से पुलिस सर्विस में वापस आ गए थे.