अमेरिकी सांसद ने किया राष्ट्रपति ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश
वाशिंगटन (The Bihar Now डेस्क)| अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर सत्ता के व्यापक दुरुपयोग और अमेरिकी संविधान के स्पष्ट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ सात महाभियोग लेख पेश किए हैं.
थानेदार ने कहा कि ट्रम्प के कार्य न केवल असंवैधानिक हैं, बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र के लिए एक स्पष्ट और तत्काल खतरा भी हैं.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अवहेलना
थानेदार ने विशेष रूप से ट्रम्प द्वारा सुप्रीम कोर्ट के सर्वसम्मति से दिए गए 9-0 के फैसले की अवमानना का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, “डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले ही हमारे लोकतंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ठुकराना? यह अंतिम सीमा है. अब समय आ गया है कि डोनाल्ड जे. ट्रम्प पर महाभियोग चलाया जाए.”
गलत तरीके से निर्वासित किल्मर गार्सिया का मामला
थानेदार ने अल सल्वाडोर के नागरिक किल्मर गार्सिया के गलत निर्वासन का मामला उठाया. उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि गलत तरीके से निर्वासित किल्मर गार्सिया को वापस लाया जाए और उन्हें उचित कानूनी प्रक्रिया दी जाए. ट्रम्प ने इस आदेश को नजरअंदाज किया. उन्होंने संविधान और हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने वाले नियंत्रण और संतुलन को पूरी तरह से अनदेखा किया. यह कोई अलग-थलग घटना नहीं, बल्कि एक खतरनाक और जानबूझकर किया गया पैटर्न है.”
सात महाभियोग लेख: सत्ता का दुरुपयोग से लेकर भ्रष्टाचार तक
थानेदार ने सात महाभियोग लेखों का उल्लेख करते हुए ट्रम्प पर कई गंभीर आरोप लगाए, जो इस प्रकार हैं –
न्याय में बाधा और कार्यकारी सत्ता का दुरुपयोग: गलत निर्वासन और अदालती आदेशों की अवहेलना.
कांग्रेस की वित्तीय शक्ति का हनन: बिना अनुमति के सरकारी एजेंसियों को नष्ट करना और फंड रोकना.
अंतरराष्ट्रीय आक्रामकता: हानिकारक टैरिफ और सहयोगी देशों पर सैन्य आक्रमण की धमकी.
प्रथम संशोधन का उल्लंघन: पत्रकारों, वकीलों और आलोचकों के खिलाफ बोलने की आजादी पर हमला.
अवैध कार्यालय की स्थापना: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के नेतृत्व में ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) बनाकर असंवैधानिक शक्ति प्रदान करना.
रिश्वत और भ्रष्टाचार: आपराधिक मामलों को खारिज करना, विदेशी सरकारों से भुगतान मांगना और निजी लाभ के लिए कानूनी समझौते करना.
तानाशाही अतिक्रमण: राष्ट्रपति की संवैधानिक सीमाओं को तोड़ते हुए अनियंत्रित सत्ता को मजबूत करने का प्रयास.
थानेदार ने कहा, “इस देश में हमारे पास राष्ट्रपति हैं, न कि राजा. यह केवल कदाचार नहीं, बल्कि महाभियोग योग्य कदाचार है. यह नेतृत्व नहीं, तानाशाही है.”
संविधान से ऊपर नहीं राष्ट्रपति
थानेदार ने चेतावनी दी कि यदि इन मुद्दों को अनदेखा किया गया, तो इसका मतलब होगा कि राष्ट्रपति संविधान से ऊपर है. उन्होंने सभी सांसदों- डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकन्स और स्वतंत्र- से इस फैसले में उनका साथ देने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “अगर हम इसे अनदेखा करते हैं, तो हम यह कह रहे हैं कि राष्ट्रपति कानून से ऊपर है, और अमेरिकी संविधान वैकल्पिक है. मैं चुप नहीं रहूंगा, और मैं अपने सभी सहयोगियों से मेरे साथ खड़े होने की अपील करता हूं. अब बहुत हो चुका. डोनाल्ड जे. ट्रम्प पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए.”
(इनपुट-मीडिया रेपोर्ट्स)