शिक्षक एक दिन का वेतन दें सीएम राहत कोष में

पटना (TBN रिपोर्ट) :- मुख्यमंत्री राहत कोष में मदद के लिए सैंकड़ों लोगों ने हाथ बढ़ाया है. इसी के साथ बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने हड़ताली शिक्षकों से अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की अपील की है. ज्ञात हो बिहार सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए राज्य के नियोजित शिक्षकों और नियमित शिक्षकों के वेतन के भुगतान का निर्देश जारी किया है. जबकि बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सभी सदस्यों से अपील करते हुए विधान पार्षद सह बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पाण्डेय और पूर्व सांसद सह महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि “कोरोना जैसी राष्ट्रीय आपदा से पीड़ित बिहार वासियों की मदद हेतु अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में हर्ष दान दें”. आगे उन्होंने कहा कि “बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों की यह शानदार परंपरा रही है की वे आपदा की घड़ी में सरकार को सहयोग करते रहे हैं. भीषण बाढ़ का सामना करने हेतु हमने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान दिया है”. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों द्वारा दिया जाने वाला दान 3 करोड़ रुपये होगा. इसके लिए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने अपनी सभी जिला इकाइयों को निर्देशित किया है कि वे स्वयं शिक्षकों से राशि प्राप्त कर सूची सहित राज्य संघ को उपलब्ध करा दें. ताकि संपूर्ण राशि एकमुश्त मुख्यमंत्री राहत कोष में दान दी जा सके”.
बताते चलें हड़ताली शिक्षकों के द्वारा इससे पहले भी हड़ताल के दौरान ही समाज सेवा के कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया गया है. जब विश्व के सभी देश अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक कर रहे थे. इसी क्रम में बिहार के हड़ताली नियोजित शिक्षकों के द्वारा एक अनोखी पहल की शुरुआत करते हुए अपने-अपने इलाकों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का काम शुरु किया था. लगभग 4 लाख शिक्षक अपने-अपने इलाके में लोगो को जागरूक करने में जुट गये थे. शिक्षकों का गुट हर वार्ड में जाकर लोगो को स्वच्छता का संदेश देकर जागरूक कर रहा था और समाज सेवा के कार्य में अपना योगदान दे रहा था.