तेजस्वी से हुई बात, पटना नगर निगम के सफाईकर्मियों की हड़ताल ख़त्म
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के ग्रुप-डी कर्मचारियों की चल रही हड़ताल मंगलवार देर शाम को समाप्त (Patna Municipal Corporation sanitation workers’ strike ends) हो गई. संघ के नेता चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव (Deputy Chief Minister Tejashwi Prasad Yadav) से मुलाकात की. तेजस्वी की तरफ से उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा.
चंद्र प्रकाश ने कहा कि पीएमसी सफाई कर्मचारियों ने बुधवार से ड्यूटी फिर से शुरू करने का फैसला किया है. प्रकाश ने कहा कि बुधवार को पटना उच्च न्यायालय में एक हलफनामा भी दाखिल कराया जाएगा जिसमें हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर करने वाले कारणों के बारे में कोर्ट को बताएंगे. उन्होंने बताया कि अगले 10 दिनों में डिप्टी सीएम के साथ नई बैठक के बाद आगे की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
बता दें, मंगलवार को सफाई कर्मचारियों की हड़ताल 10वें दिन में प्रवेश कर गई थी. इस कारण सड़क किनारे पड़े कूड़े के ढेर से दुर्गंध आने की शिकायत पूरे पटनावासियों ने की थी.
पिछले साल भी किया था स्ट्राइक
इससे पहले, 21 अगस्त से लगभग 6,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का सहारा लिया था. उनका कहना था कि दिहाड़ी मजदूरों के मुद्दों पर पिछले साल सितंबर में पटना उच्च न्यायालय (Patna high court) द्वारा निर्देशित किसी भी व्यावहारिक समाधान तक पहुंचने में यूडीएचडी (UDHD) अधिकारियों के विफल रहे थे.
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पिछले साल पटना हाईकोर्ट के दखल पर सफाई कर्मियों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त कर दी थी. उस वक्त उन्होंने ग्रुप-डी के कर्मचारियों को नौकरी नियमित करने और नियमित सफाई कर्मचारियों के साथ दैनिक वेतन भोगियों के साथ वेतन समानता सुनिश्चित करने की अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल का आह्वान किया था.
प्रकाश ने कहा कि यूडीएचडी द्वारा अदालत के निर्देश के अनुसार मुद्दों को हल करने के लिए उनकी याचिका पर ध्यान देने से इनकार करने के बाद वे 27 अगस्त को हड़ताल पर चले गए. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से किसी भी निकाय ने हमारे द्वारा डेढ़ महीने पहले दिए गए हड़ताल की नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया. प्रकाश ने बतया कि सफाई के लिए आवंटित सैकड़ों करोड़ों रुपये की ठगी की जा रही है, फिर भी हमारी वाजिब मांगों को सुनने वाला कोई नहीं है.
पीएमसी आयुक्त अनिमेष पाराशर (PMC commissioner Animesh Parashar) ने कथित तौर पर अनुबंध पर लगे सफाई कर्मचारियों के भुगतान में वित्तीय अनियमितताएं देखी और पिछले महीने यूडीएचडी को निर्देश के लिए मामले की सूचना दी थी, जो अब तक टाल-मटोल वाला था. पाराशर ने यह कहकर हड़ताल के मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि मामला विचाराधीन है.
हड़ताल के बाद की स्थिति को देखते हुए, यूएचडीडी ने 1 सितंबर को अदालत पहुंच कर इस गतिरोध को तोड़ने के लिए फिर से हस्तक्षेप करने की मांग की. यूडीएचडी के अधिकारियों ने कहा कि अदालत के पिछले आदेश के आलोक में हड़ताली कर्मचारियों के मुद्दों को सुलझाने के लिए उठाए जा रहे कदमों से अदालत को अवगत कराया था. अब मामले की सुनवाई सात सितंबर को होगी.
यूडीएचडी के प्रधान सचिव आनंद किशोर से बार-बार प्रयास करने के बावजूद उनकी टिप्पणियों के लिए संपर्क नहीं किया जा सका.