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बिना शिक्षक यहां पास करते स्टूडेंट्स, नहीं के बराबर हैं शिक्षक

बाढ़ (अभिषेक कु सिन्हा – The Bihar Now रिपोर्ट)| पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल स्थित अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज एक ऐसा कॉलेज है जहां के छात्र बिना पढ़े परीक्षा पास कर जाते हैं. जी हां, आपने सही पढ़ा. आइए बताते हैं कैसे.

बात दरअसल है कि बाढ़ के इस कॉलेज में कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं. हिंदी, साइंस, गणित , बॉटनी, जूलॉजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों सहित लगभग सभी सबजेक्टों के शिक्षक इस कॉलेज में नहीं हैं. इन विषयों के क्लास के समय पूरा क्लास खाली रहता है. पूरे कॉलेज में मात्र 7 शिक्षक ही हैं जो कॉलेज में पढ़ाने के नाम पर खाना पूर्ति करते हैं.

बता दें कि इस कॉलेज में कुल 57 शिक्षकों के पद हैं लेकिन 50 पद रिक्त हैं. यानि सिर्फ 7 शिक्षक ही पूरे कॉलेज के सभी छात्रों को पढ़ा कर पारंगत करते हैं. इससे आसानी से समझा जा सकता है कि यहां के स्टूडेंट्स किस तरह की शिक्षा पा रहे हैं.

शिक्षकों की इसी कमी को देखते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कॉलेज परिसर में एक हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान का उद्देश्य है, कॉलेज में जल्द से जल्द सभी 57 पदों पर शिक्षकों की बहाली की जाए. इस हस्ताक्षर अभियान में कॉलेज के स्टूडेंट बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं.

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एबीवीपी के छात्र नेता उमेश कुमार ने बताया कि अभी तक सैकड़ों स्टूडेंट्स ने अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं. उमेश के अनुसार, हस्ताक्षर अभियान चलाने के बाद इसको बिहार के राज्यपाल और कुलपति को भेजा जाएगा ताकि कॉलेज में रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनाती जल्द से जल्द की जा सके.

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इधर कॉलेज के प्रिंसिपल ध्रुव कुमार सिंह का कहना है कि इस कॉलेज से कई शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया है. इससे कॉलेज में शिक्षकों की कमी हो गई है और पढ़ाई में व्यवधान आ रहा है. उन्होंने बताया कि कई बार तो जरूरत पड़ने पर रिटायर्ड शिक्षक या फिर पुराने छात्र को पढ़ाने के लिए बुलाना पड़ता है.

गेस पेपर पढ़कर करते हैं पास

कॉलेज के छात्र मंजुल और रोशन का कहना है कि इस वक्त कॉलेज में बीए की परीक्षा चल रही है. इस परीक्षा में सभी स्टूडेंट गेस पेपर का सहारा लेकर परीक्षा पास करने का प्रयत्न करते हैं. उनका कहना है कि कॉलेज में तो छात्रों का सभी विषयों में एडमिशन लिया जाता है पर एक भी दिन क्लास नहीं चलती. इस परिस्थिति में स्टूडेंट गेस पेपर के सहारे परीक्षा पास करते है.