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बाढ़: सफाईकर्मियों की हड़ताल से जनता में आक्रोश, दिया अल्टीमेटम

बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर कु सिन्हा रिपोर्ट)| बाढ़ नगर परिषद में मंगलवार को 12वें दिन भी सफाई कर्मियों की हड़ताल जारी रही. स्थानीय प्रशासन द्वारा हड़ताल खत्म करवाने के लिए किए गए सारे प्रयास विफल रहे हैं. इधर इतने दिनों से सफाईकर्मियों के हड़ताल पर रहने के कारण शहरी क्षेत्र में गंदगी का अंबार एवं गली-मोहल्लों में बरसात के पानी से आम नागरिकों को भारी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है.

मंगलवार को भी अनुमंडल एएसपी अम्बरीष राहुल के निर्देश पर पुलिस पदाधिकारियों ने नगर परिषद के हड़ताली सफाई कर्मियों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन सफाई कर्मियों ने एक नहीं सुनी तथा उनके द्वारा सफाई वाहन को निकलने से रोका गया. इस कारण नगर में सफाई कार्य फिर से बाधित हुआ.

बाढ़ नगर परिषद ने सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था के अन्तर्गत निजी संस्था के द्वारा सफाई कार्य प्रारंभ कराने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है, लेकिन हड़ताली सफाई कर्मियों ने सफाई व्यवस्था को ठप कर रखा है. सफाई व्यवस्था ठप्प होने से नगर परिषद क्षेत्र में जनता में काफी आक्रोश है.

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मंगलवार को पुनः मुख्य पार्षद राजीव कुमार ‘चुन्ना’ एवं कार्यपालक पदाधिकारी डॉ जनार्दन प्रसाद वर्मा के नेतृत्व और पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति में सफाई कर्मियों के साथ उनकी मांगों पर बातचीत की गई. लेकिन इसका कोई फल नहीं निकल सका. परिणामस्वरूप सफाई कार्य 12वें दिन भी बाधित रहा.

बार-बार सफाईकर्मियों द्वारा सेवा नियमित किए जाने एवं 600 रु प्रतिदिन की मजदूरी की मांग एवं सातवां वेतनमान एवं अंतर वेतन की राशि की मांग की जाती रही है. इस बार भी ये मांगें रखी गई हैं.

बुधवार से काम पर लौटने का अल्टीमेटम

इधर मुख्य पार्षद द्वारा सफाई कर्मियों के समक्ष नियमानुसार बातों को रखा गया एवं सभी से अनुरोध किया गया कि हड़ताली कर्मचारी बुधवार से अपने कार्य पर लौट आएं. उन्हें कहा गया कि यदि वे बुधवार से अपने कार्यों पर वापस नहीं आते हैं तो जनहित में बाध्य होकर निजी एजेंसी से सफाई कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा. इस बातचीत में कर्मचारी संघ की ओर से सुमंत कुमार, पुलिस पदाधिकारी मुन्ना कुमार, अनिरुद्ध कुमार, विनय कुमार सिंह, नप अध्यक्ष राजीव कुमार ‘चुन्ना’, कार्यपालक पदाधिकारी डा जनार्दन प्रसाद वर्मा सहित कई पार्षद और कर्मचारीगण मोजूद थे.